कृष्णमूर्ति सूर्य को 15वें भारत मुनि सम्मान से सम्मानित किया जाएगा



भुवनेश्वर - ओडिशा
इंडिया इनसाइड न्यूज।

भारतीय कलाकार, परोपकारी और वैज्ञानिक कृष्णमूर्ति सूर्य को कला और संस्कृति में उत्कृष्ट योगदान के लिए इस वर्ष प्रतिष्ठित भारत मुनि सम्मान के लिए चुना गया है।

नाट्यशास्त्र के रचयिता भारत मुनि के नाम पर यह पुरस्कार भुवनेश्वर स्थित संगठन कलिंगायण टूर्यात्रिकम द्वारा स्थापित किया गया है।

यह पुरस्कार कृष्णमूर्ति सूर्य को भारतीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए दिसंबर में 16 और 17 दिसंबर को रवींद्र मंडप में आयोजित होने वाले दो दिवसीय भारत मुनि महोत्सव के समापन दिवस पर प्रशस्ति पत्र और 50,000 रुपये के नकद के साथ प्रदान किया जाएगा।

• कौन हैं कृष्णमूर्ति सूर्य

रंगमंच निर्देशक, लेखक, क्यूरेटर, वक्ता, कला संवर्धक, 250 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कार और 30 से अधिक उपाधियाँ-जिनमें स्टेज क्राफ्ट और निर्देशन के लिए भारतीयों का राष्ट्रपति राष्ट्रीय पुरस्कार, केरल सरकार का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार केरल प्रभा, 3 राज्य सरकारों, तमिलनाडु, पांडिचेरी और केरल का सर्वोच्च पुरस्कार, केरल संगीत नाटक अकादमी का सर्वोच्च पुरस्कार, केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी का कलारत्न पुरस्कार, मैन ऑफ द ईयर, लिम्का बुक का खिताब, छह पुस्तकों के लेखक (स्टोर, स्क्रीनप्ले, नाटक, अध्ययन) उन पर बनी तीन फ़िल्में।

भारत मुनि सम्मान के पूर्व पुरस्कार विजेता में श्रीमती थंकमणि कुट्टी (2008), पंडित बिरजू महाराज (2009), पंडित जसराज (2010), श्रीमती रतन थियाम (2011), श्रीमती हेमामालिनी (2012), पंडित हरि प्रसाद चौरसिया (2013), एसजे रघुनाथ महापात्र (2015), श्रीमती तीजन बाई (2016), डॉ. अडूर गोपाल कृष्णन (2017), डॉ. यामिनी कृष्णमूर्ति (2018), धनंजयंस (2019), एसजे सीताकांत महापात्र (2020), श्रीमती उषा उथुप (2021), श्रीमती स्वप्न सुंदरी (2023) का नाम दर्ज है।

• कलिंगायन टूर्यात्रिकम के बारे में

कलिंगायन टूर्यात्रिकम ओडिशा स्थित एक संगठन है, जिसकी स्थापना 2004 में भुवनेश्वर के मंदिर शहर में हुई थी और इसे 2007 में पंजीकृत किया गया था, जिसका एकमात्र उद्देश्य वैश्विक मंच पर भारत की कला, विरासत और संस्कृति को बढ़ावा देना है। संगठन में 200 से अधिक छात्र हैं और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मंचों पर प्रदर्शन करते हैं। वर्तमान में गुरु श्रीमती पुष्पिता मिश्रा संगठन की मार्गदर्शक हैं।

पदाधिकारियों में डॉ. जितेंद्र नाथ मिश्रा (अध्यक्ष), डॉ. गौरहरि दास (उपाध्यक्ष), श्रीमती पुष्पिता मिश्रा (ट्रस्टी), अंशुमान मिश्रा (मुख्य प्रबंध ट्रस्टी) व मानद सदस्य में डॉ. जी. रथीश बाबू (प्रख्यात कुचिपुड़ी और भरतनाट्यम नर्तक), श्रीमती मृत्युंजय सारंगी (सामाजिक कार्यकर्ता), डॉ. असित मोहंती (प्रोफेसर), श्रीमती मधुस्मिता पी. (नायक प्रख्यात शिक्षाविद्), एसजे प्रताप चंद्र जेना (अध्यक्ष पी.जे. इंस्टीट्यूट ग्रुप) व कार्यकारी सदस्य में एसजे सुभेंदु कुमार दाश, श्रीमती मीता दास, अकफन बेहरा, इशानी मिश्रा, आंचल पांडा हैं।

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