उपराष्‍ट्रपति ने युवाओं को भारतीय संस्‍कृति और परम्‍परा से अवगत कराने की आवश्‍यकता पर बल दिया



हैदराबाद,
इंडिया इनसाइड न्यूज़।

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने युवाओं को भारत की प्राचीन परम्‍परा और संस्कृति से परिचित होने और 'अनेकता में एकता' के हमारे राष्ट्रीय मूल्य को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि समाज में विभिन्न सामाजिक अलगावों से परे भारत की बहुलवादी संस्कृति में लोगों को एकजुट करने की शक्ति है।

श्री नायडू रविवार को हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय द्वारा दशहरा उत्सव के हिस्से के रूप में हैदराबाद में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम 'अलाई बलाई' में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों तथा राजनीतिक दलों ने बधाई और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया। उपराष्ट्रपति ने लोगों के बीच सौहार्द और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए वर्षों से 'अलाई बलाई' के आयोजन में पहल करने के लिए श्री दत्तात्रेय की सराहना की।

इस अवसर पर, श्री नायडू ने महान स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक की विरासत को याद किया, जिन्होंने स्वराज आंदोलन के दौरान इसी तरह लोगों को एकजुट करने के लिए गणेश चतुर्थी समारोह की शुरुआत की थी। उन्होंने भारत की बहुलवादी संस्कृति की रक्षा के लिए अपने महान नेताओं की विरासत का सम्मान करने और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेन्‍द्र विश्वनाथ अर्लेकर, केन्‍द्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी, तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली, फिल्म अभिनेता पवन कल्याण और मांचू विष्णु, डॉ. रेड्डी लैब्स के प्रबंध निदेशक जी.वी प्रसाद, भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्ण एला, एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के अध्यक्ष और संस्थापक, डॉ. नागेश्वर रेड्डी, जैविक ई की प्रबंध निदेशक महिमा दतला और अन्य लोग उपस्थित थे।

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