--डॉ• इंद्र बली मिश्रा,
काशी हिंदू विश्वविद्यालय ,
वाराणसी-उत्तर प्रदेश, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
देशभर में 24 जुलाई को आषाढ़-गुरू पूर्णिमा मनाई जाएगी। सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि के दिन गंगा स्नान व दान बेहद शुभ फलकारी माना जाता है। मान्यता है कि आषाढ़ पूर्णिमा तिथि को ही वेदों के रचयिचा महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था। महर्षि वेदव्यास के जन्म पर सदियों से गुरू पूर्णिमा के दिन गुरू पूजन की परंपरा चली आ रही है। गुरू पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं। हिंदू धर्म में कुल पुराणों की संख्या 18 है। इन सभी के महर्षि वेदव्यास हैं। अतः गुरू पूर्णिमा के दिन गुरू का पूजन विशेष रुप से करना चाहिए।
● गुरू पूर्णिमा शुभ मुहूर्त
पूर्णिमा तिथि 23 जुलाई 2021, शुक्रवार की सुबह 09 बजकर 33 मिनट से शुरू होकर 24 जुलाई 2021, शनिवार की सुबह 08 बजकर 06 मिनट तक रहेगी।