--डॉ प्रियंका सिंह
वाराणसी - उत्तर प्रदेश
इंडिया इनसाइड न्यूज।
●बीएचयू बचाओ संघर्ष समिति के राष्ट्रीय संयोजक एडवोकेट संजय भारद्वाज ने पीएमओ में मेयर को सौंपा शिकायत पत्र
●शिकायत पत्र के अनुसार प्रो सौरभ सिंह ने स्वयं के साथ अपने सगे संबंधियों और परिवारजनों की फर्मों एवं कंपनियों को टेंडर देकर दिलाया है लाभ
●ट्रामा सेंटर में कुल 76.12 करोड़ रुपयों का हुआ है घोटाला
●प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत (पीएमजेवाई) में 11.61 करोड़ रुपयों का घपला
बीएचयू बचाओ संघर्ष समिति की ओर से विगत कई दिनों से ट्रामा सेंटर में हुई वित्तीय अनियमितताओं को उजागर किया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय में मेयर अशोक तिवारी को ट्रामा सेंटर, बीएचयू में हुए घोटालों का शिकायत पत्र दिया गया। शिकायत पत्र देने पहुंचे समिति के राष्ट्रीय संयोजक एडवोकेट संजय कुमार भारद्वाज ने कहा कि ट्रामा सेंटर में हुए टेंडर में भारी वित्तीय अनियमितता हुई है।
एडवोकेट संजय भारद्वाज ने बताया कि ट्रामा सेंटर प्रभारी प्रो सौरभ सिंह ने खुद के स्वामित्व वाली फर्म्स एवं प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को टेंडर दिया। इसके अलावा उन्होंने अपने रिश्तेदारों भाविका सिंह, गौरव सिंह, चंद्र भूषण सिंह को करोड़ों रुपयों का टेंडर प्रो सौरभ सिंह ने दिया। इस घोटाले में प्रो सौरभ सिंह के साथ बीएचयू के लेखा विभाग के उप कुलसचिव बृजेश कुमार त्रिपाठी भी संलिप्त हैं।
एडवोकेट भारद्वाज ने बताया कि यह सब टेंडर एक ही आईपी एड्रेस से भरे गए थे। इससे यह स्पष्ट होता है कि टेंडर की प्रक्रिया केवल औपचारिकता मात्र थी। उन्होंने कहा कि प्रो सौरभ सिंह शिकायतकर्ताओं को उठवा लेने तक की आपराधिक धमकी देते हैं।
एडवोकेट संजय ने कहा कि महामना की बगिया को भ्रष्टाचार की भेंट नहीं चढ़ने देंगे। उन्होंने इस प्रकरण पर जल्द से जल्द एफआईआर दर्ज होने की मांग की। कहा कि इस गंभीर मामले की सीबीआई जांच हो।
प्रधानमंत्री संसदीय कार्यालय में मेयर अशोक तिवारी को शिकायत पत्र देने वालों में सत्यम सिंह, बीरेंद्र सोनकर सहित अन्य अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे।