प्रति नौ मिनट में सर्वाइकल कैंसर से होती है एक महिला की मौत : डॉ पूजा



रुद्रपुर - उत्तराखंड
इंडिया इनसाइड न्यूज।

■ एलडा फाउंडेशन द्वारा पुलिस लाइन में कार्यशाला

■ नियमित रूप से जांच, वैक्सीन व सुरक्षित यौन संबंध ही बचाव का उपाय

भारत मे महिलाओं में होने वाली सबसे आम बीमारी सर्वाइकल कैंसर है, सर्वाइकल कैंसर का इलाज व बचाव दोनों हो सकते हैं लेकिन जागरूकता के अभाव में महिलाएं डॉक्टरों को सही जानकारी नही दे पाती फिर इलाज में देर हो जाती है यही वजह है कि देश मे प्रति 9 मिनट में एक महिला की मृत्यु हो जाती है।

पुलिस लाइन में महिला पुलिस कर्मियों में जागरूकता लाने के लिए एलडा फाउंडेशन द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में संस्था की अध्यक्ष डॉ पूजा शाहीन ने कहा कि किसी भी कैंसर में कोशिकाएं असमान्य रूप से बढ़ने लगती हैं। गर्भाशय ग्रीवा पर होने वाले कैंसर को सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है। उन्होंने कहा कि सर्वाइकल कैंसर एच पी वी संक्रमण के कारण होता है यह एक यौन संचारित वायरस है। असुरक्षित यौन संबंधों के कारण किशोरावस्था में यह अधिक फैलता है। उन्होंने सलाह दी अगर रिलेशनशिप या किन्ही अन्य कारणों से एक से अधिक पार्टनर के साथ यौन संबंध स्थापित करते हैं तो कंडोम या सुरक्षित यौन संबंध ही बनाएं अन्यथा इस गंभीर बीमारी से जूझना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी महिलाएं पीरियड्स के दिनों में कपड़े का इस्तेमाल, सेनेटरी पैड का इस्तेमाल 6 घंटे से ज्यादा करती हैं इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है इन दिनों साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें व यूट्रस पार्ट पर बालों की सफाई केमिकल युक्त लोशन से करने की बजाय रेजर से करें।

संस्था की लखनऊ महानगर अध्यक्ष राजश्री नीरज ने कहा कि कम उम्र में यौन संबंध बनाने से भी यह समस्या आती है तथा सर्वाइकल कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है, ज्यादा गर्भ निरोधक गोलियों के इस्तेमाल करने, अधिक धूम्रपान करने, तनावग्रस्त रहने से भी सर्वाइकल कैंसर का खतरा काफी बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि 9 वर्ष से 42 वर्ष तक महिलाओं व बच्चियों को जिन्हें पीरियड्स आते हैं, उनके लिए नियमित तीन वर्ष के अंतराल में जांच करवाया जाना बेहद जरूरी है साथ ही वैक्सीन की डोज भी अवश्य लगवाए। इससे इस बीमारी से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं के साथ साथ पुरुषों को भी एक से अधिक पार्टनर के साथ सम्बंध बनाने के लिए कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए अन्यथा पुरुषों में भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। संस्था द्वारा इस दौरान सेनेटरी पेड़ का वितरण किया गया।

एन्टी ह्यूमन सेल की निरीक्षक जीतो कम्बोज ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए सजग रहने की आवश्यकता है। बच्चियों, युवतियों व महिलाओं किसी के साथ भी शारिरिक शोषण होता है तो वह तत्काल पुलिस को सूचना दे या हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। स्पा सेन्टरों पर चल रही अनैतिक गतिविधियों की सूचना मिलने पर तत्काल कार्यवाही की जाती है साथ ही उनका रेस्क्यू कर कॉउंसिल की जाती है जिससे वह इस दलदल से बाहर निकल सकें।

इस दौरान प्रतिसार निरीक्षक मनीष शर्मा, प्रदीप फुटेला, अमित जैन, गरिमा, पूनम बिष्ट, शांति नाथ, प्रभा जोशी, ममता मेहरा समेत बड़ी संख्या में महिला पुलिस कर्मी मौजूद रही।

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