अपनी काबलियत से अलग पहचान बनायी डिम्पल ने



--प्रदीप फुटेला,
गदरपुर-उत्तराखंड, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

• डिंपल वर्ष 2014 में दिल्ली में हुई गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर चुकी है

• वियतनाम, थाईलैंड और सिंगापुर का भी भ्रमण किया, शिक्षिका होने के साथ साथ शायरा में भी हांसिल की शोहरत

उत्तराखंड की विख्यात शायरा डिंपल सानन जो कि पेशे से एक अध्यापिका हैं, इन दिनों अपनी बेहतरीन एवं भाव-विभोर रचनाओं के कारण काफी सुर्खियों में हैं। डिंपल पूर्व एनसीसी छात्रा भी रह चुकी हैं। यही नहीं, एनसीसी की छात्रा सीनियर अंडर ऑफिसर डिंपल वर्ष 2014 में दिल्ली में हुई गणतंत्र दिवस परेड में भी उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर चुकी है, जिसे एनसीसी में आरडीसी.(रिपब्लिक डे कैंप) के नाम से जाना जाता है और यह कैंप 31 दिवसीय होता है, जहां विभिन्न कार्यक्रमों के लिए कैडेट्स की कई प्रतियोगिताएं होती हैं। इस कैंप के लिए मात्र कुछ ही कैडेट्स का चयन होता है, जिसमें कई पड़ाव पार करने के पश्चात ही दिल्ली में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलता है। दिल्ली में देश के सभी राज्यों से आए कैडेट्स वाई.ई.पी. (यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम) का हिस्सा बनने के लिए प्रतिभाग करते हैं, जिसमें कई मापदंडों को मद्देनजर रखते हुए ही कैडेट्स का चयन किया जाता है। प्रतियोगिता के तहत डिंपल का चयन वियतनाम में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए हुआ, जिसमें भारत का प्रतिनिधित्व करने हेतु संपूर्ण भारत से मात्र 12 कैडेट्स का चयन हुआ (7 लड़के और 5 लड़कियां), यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए चयनित डिंपल उत्तराखंड की एकमात्र एनसीसी. कैडेट रही। शारीरिक दक्षता व लिखित परीक्षा के माध्यम से ही उनका चयन हुआ था। डिंपल ने इस प्रोग्राम के तहत वियतनाम, थाईलैंड और सिंगापुर का भ्रमण किया, जिसमें उन्होंने उक्त देशों के नागरिकों से बातचीत कर वहां की संस्कृति व परंपराओं को जाना। यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम में भारत का प्रतिनिधित्व कर वापस लौटी एनसीसी छात्रा सीनियर अंडर ऑफिसर डिंपल सानन को पूर्व डीजी एनसीसी (महानिदेशक) लेफ्टिनेंट जनरल अनिरुद्ध चक्रबर्ती ने डीजी कमेंडेशन अवार्ड से भी नवाजा है। जो कि एन.सी.सी. के उच्च अवॉर्ड्स में से एक है।

डिंपल वर्ष 2018 में साहित्य गौरव सम्मान से भी नवाजी जा चुकी हैं और कई अखिल भारतीय सम्मेलन एवं मुशायरों का भी हिस्सा बन चुकी है।

डिंपल कई दफा आकाशवाणी एवं दूरदर्शन में भी अपना काव्य पाठ कर चुकी हैं और वे भविष्य में एक सफल शायरा के रूप में मुकाम हासिल करना चाहती हैं।

साहित्य जगत में अपना नाम बनाने के साथ-साथ डिंपल एक बहुत ही अच्छी वक्ता भी हैं एवं कई बड़े समारहों का संचालन भी कर चुकी है। अभी हाल ही में उन्होंने नगर निगम देहरादून में हुए अभ्युदय श्री सम्मान समारोह का भी संचालन किया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी, विशिष्ट अतिथि पद्मश्री लीलाधर जगूड़ी एवं विख्यात सर्जन विपुल डंगवाल एवं महापौर सुनील उनियाल गामा मौजूद थे।

कुमाऊँ केसरी द्वारा आयोजित विराट कवि सम्मेलन में शिरकत करने आई डिम्पल ने बताया कि वह भीड़ से कुछ अलग हटकर समाज व देश के लिए कुछ अलग करना चाहती है। फिलहाल वह शिक्षिका के तौर पर गरीब व असहाय बच्चो की मदद के लिए भी काम कर रही है।

डिंपल भविष्य में एक मुकामी शायरा के साथ साथ एक सफल शिक्षिका के रूप में देश के छात्रों का भविष्य उज्जवल बनाने में अपना योगदान देना चाहती है। हाल ही में उन्होंने यूटीईटी (उत्तराखंड टीचिंग एलिजिबिलिटी टेस्ट) व सीटीईटी (सेंट्रल टीचिंग एलिजिबिलिटी टेस्ट) भी पहले प्रयास में ही उत्तीर्ण कर चुकी हैं।

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