बूंदी - राजस्थान
इंडिया इनसाइड न्यूज।
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान; उच्च शिक्षा जिला इकाई बूंदी एवं आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन समिति राजकीय महाविद्यालयए बूंदी के संयुक्त तत्त्वावधान में मंगलवार 5 अगस्त, 2025 को "राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : गुणवत्ता, समानता और समावेशिता की दिशा में" विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के 5 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में हाइब्रिड मोड में किया गया। संगोष्टी के उद्घाटन सत्र का प्रारम्भ प्रातः 11 बजे महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में किया गया जिसमें प्रो. भगवती प्रसाद सारस्वत कुलगुरु कोटा विश्वविद्यालय, कोटा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे तथा मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. सुशील कुमर बिस्सु, अखिल भारतीय सेवा एवं पर्यावरण आयाम प्रमुख रहे।
संगोष्ठी संयोजक राहुल सक्सेना ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पाँच वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोेजित हो रही संगोष्ठी के उदेश्यों से अतिथियों एवं प्रतिभागियों को अवगत करवाया।
कुलगुरु प्रो. भगवती प्रसाद सारस्वत ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की वर्तमान में आवश्यकता एवं भारत की दृष्टि से इसके जनांकिकीय लांभाश का लाभ विकसित भारत बनाने में किस प्रकार हो सकता है पर गम्भीर चिन्तन प्रस्तुत किया।
संगोष्ठी में मुख्यवक्ता के रूप में प्रोफेसर सुशील कुमार बिस्सु ने अपने व्याख्यान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के निर्माण संबंधी विभिन्न चरणों पर विस्तार से प्रकाश डाला एवं इसमें विभिन्न क्षेत्रों से समन्वय कर इसकी उचित क्रियान्विति को समझाया। प्रो. बिस्सु ने कहा वर्तमान राष्ट्रीय शिक्षा नीति किस प्रकार वर्तमान समय की आवश्यकता है एवं इससे बदलती हुई शिक्षा आवश्कताओं को पुरा करना प्राथमिकता में है। इन्होंने विभिन्न उदाहरणों एवं आख्यानों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं एवं उनके निदान बताये।
कार्यक्रम के अध्यक्षिय उदबोधन में प्राचार्य डॉ अनीता यादव ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को एक ऐतिहासिक कदम बताया तथा इसे भारत की सांस्कृति पहचान बनाने का क्रान्तिकारी सांधन माना।
कार्यक्रम अन्त में आयोजन सचिव प्रो. पूर्णचन्द्र उपाध्याय ने आगंतुक अतिर्थियों महाविद्यालय के संकाय साथियों, शोधार्थियों एवं समस्त प्रतिभागीयों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ आशुतोष बिरला ने किया। दोपहर पूर्व संगोष्ठी के चार तकनीकि सत्र आयोजित किये गये। जिनमें 68 प्रतिभागियों ने पत्र वाचन किया। इन पत्रों का तकनीकि विश्लेषण सत्राध्यक्ष प्रो. ओ.पी. शर्मा एवं प्रो. संदीप यादव ने किया एवं समीक्षात्मक अध्ययन प्रो. पूजा सक्सेना एवं प्रो. दिलीप कुमार राठौड ने किया।
दोपहर पश्चात् के दो तकनीकि सत्रो में 40 प्रतिभागियों ने पत्र वाचन किया, सत्राध्यक्ष के रूप में प्रोफेसर पूर्णचंद्र उपाध्याय एवं प्रोफेसर बेला माथुर तथा सत्र समीक्षक के रूप में प्रोफेसर रोहिणी माहेश्वरी एवं डॉ आशुतोष बिडला रहे। समापन समारोह सायं 04 बजे प्रारम्भ हुआ जिसमें मुख्य अतिथि प्रो. विजय पंचोली सहायक निदेशक कोटा परिक्षेत्र कोटा कॉलेज शिक्षा राजस्थान जयपुर रहे, विशिष्ट अतिथि डॉक्टर एमएल गुप्ता एवं प्रोफेसर नवीन मित्तल रहे। आयोजन सह सचिव डॉ दिलीप राठौड़ ने संगोष्ठी प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, उक्त संगठन संगोष्ठी में कुल 196 प्रतिभागियों ने सहभागिता की। शांति पाठ के साथ संगोष्ठी का समापन किया गया।