बक्सर - बिहार
इंडिया इनसाइड न्यूज।
■जिलाधिकारी बक्सर, डॉ. विद्यानंद सिंह द्वारा श्रावणी मास के अवसर पर रामरेखा घाट एवं मुक्तिधाम का निरीक्षण किया गया
श्रावणी मास में श्रद्धालुओं की भीड़ और गंगा नदी के जलस्तर में हो रही सतत वृद्धि को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी बक्सर, डॉ. विद्यानंद सिंह द्वारा रामरेखा घाट एवं मुक्तिधाम का स्थल निरीक्षण कर यथास्थिति की समीक्षा की गई। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि श्रावणी मास के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या में दैनिक रूप से वृद्धि हो रही है, जिससे घाटों पर दबाव बढ़ रहा है।
इस पर जिलाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद बक्सर को निर्देशित किया कि सभी घाटों की दैनिक सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करें। श्रद्धालुओं की आवाजाही के मार्गों को जल-जमाव एवं कूड़े से मुक्त रखें। अस्थायी कंट्रोल रूम की व्यवस्था हो ताकि आकस्मिक परिस्थिति में त्वरित सहायता दी जा सके।
● अतिक्रमण की गंभीर स्थिति
निरीक्षण में यह भी पाया गया कि घाटों से सटे रास्तों पर स्थानीय दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है, जिससे आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है। इस पर उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी, बक्सर को स्पष्ट निर्देश दिया कि अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाकर रास्तों को चौड़ा एवं सुगम बनाया जाए। इस अभियान में नगर परिषद, पुलिस प्रशासन एवं अंचल कार्यालय आपस में समन्वय स्थापित कर आवश्यक कदम उठाना सुनिश्चित करेंगे।
● दाह संस्कार स्थल पर संकुचित स्थान
गंगा का जलस्तर बढ़ने से मुक्तिधाम में दाह-संस्कार हेतु समुचित स्थल उपलब्ध नहीं है। इस पर उन्होंने नगर परिषद को आदेशित किया कि दाह-संस्कार स्थल पर पंक्तिबद्ध तरीके से दाह प्रक्रिया हेतु वैकल्पिक प्रबंधन किया जाए। अस्थायी चबूतरे अथवा फ्लोटिंग मंच की संभावना पर विचार कर त्वरित कार्यान्वयन किया जाए। वहां प्रत्येक शिफ्ट में स्वच्छता कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाए और निगरानी हेतु प्रभारी पदाधिकारी नियुक्त किए जाएं।
निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता अरुण कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी बक्सर अविनाश कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद, तथा अन्य प्रशासनिक एवं तकनीकी पदाधिकारी उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि जिला प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि श्रावणी मास के अवसर पर श्रद्धालुओं और आम नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो तथा गंगा घाट क्षेत्र स्वच्छ, सुरक्षित एवं व्यवस्थित बना रहे।