महात्मा ज्योतिबा फुले का जीवन दर्शन नई पीढ़ी के लिए बेहद प्रेरणादायक



लालगंज - प्रतापगढ़
उत्तर प्रदेश, इंडिया इनसाइड न्यूज।

■मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में परिनर्वाण दिवस समारोह आयोजित कर व्यक्तित्व-कृतित्व एवं जीवनवृत्त पर हुए बिबिध कार्यक्रम

महात्मा ज्योतिबा फुले का जीवन दर्शन सामाजिक न्याय-सद्भाव, समतामूलक समाज की स्थापना, सामाजिक शुचिता एवं समभाव से ओत-प्रोत रहा है। उन्होंने महिलाओं व पिछड़ों और अछूतों के उत्थान हेतु अनेक कार्य किए। समाज के सभी वर्गों को शिक्षा प्रदान करने के ये प्रबल समर्थक थे। उक्त बातें मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में बाबू जगजीवन राम नेशनल फाउंडेशन, नई दिल्ली (सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार) के सहयोग से लालगंज बिकास खंड के तारापुर गांव स्थित शंकर दीनदयाल इंटर कालेज में महान संत महात्मा ज्योतिबा फुले परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर आयोजित भव्य समारोह को संबोधित करते हुए डॉ एस पी सिंह पटेल सांसद प्रतापगढ़ के पीआरओ जितेन्द्र सिंह एडवोकेट ने कहीं। उन्होंने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले की हमेशा यही सोच रही कि जब भगवान के सामने सब नर-नारी समान हैं तो उनमें ऊंच-नीच का भेद क्यों होना चाहिए। स्त्रियों की दशा सुधारने और उनकी शिक्षा के लिए 1848 में उन्होंने देश में प्रथम विद्यालय खोला और लड़कियों को पढ़ाने के लिए अध्यापिका न मिलने पर कुछ दिन स्वयं पढ़ा कर अपनी पत्नी सावित्री बाई फुले को इस योग्य बना दिया।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी के मीडिया प्रभारी एवं आल इंडिया रूलर्स बार एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता ज्ञान प्रकाश शुक्ल ने कालेज छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने सदैव शिक्षा को जीवन की सर्वोच्च प्राथमिकता देने की वकालत की और निर्धन तथा निर्बल वर्ग को न्याय दिलाने के लिए सन् 1873 में सत्यशोधक समाज स्थापित किया। उनकी समाजसेवा देख कर 1888 ई. में मुंबई की बिशाल सभा ने उन्हें महात्मा की उपाधि दी। हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।

मुख्य वक्ता के तौर पर पधारे संयुक्त अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल त्रिपाठी महेश, ग्राम प्रधान तारापुर विमलेश सिंह एडवोकेट, पूर्व शिक्षक एवं प्रधान राम खेलावन वर्मा, विराट धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष वी.एस. पाठक, कनक हास्पिटल प्रयागराज के एमडी डॉ राहुल त्रिपाठी, डॉ अभय वर्मा, एफपीओ के निदेशक देशराज मौर्य, कालेज की प्रधानाचार्या सुमन यादव, शिक्षक श्याम लाल यादव, सुनील यादव, शिव शंकर यादव, शिक्षिका प्रिया मिश्रा, पूनम वर्मा, कंप्यूटर शिक्षक के डी शुक्ला, प्रबंध समिति की अध्यक्षा सोनम यादव आदि ने महात्मा ज्योतिबा फुले के व्यक्तित्व-कृतित्व व उनके जीवन वृत्प्रकाव विस्तार से प्रकाश डालते हुए प्रेरणा लेने हेतु प्रेरित किया। इसके पूर्व छात्र-छात्राओं के मध्य स्लोगन-चित्र, वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन एवं क्विज कंपटीशन कराकर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल करने वालों को प्राइज देकर पुरस्कृत कर सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

पंकज परदेशिया म्यूजिकल ग्रुप द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। संस्था की ओर से सभी को सूक्ष्म जलपान व स्वल्पाहार कराया। समारोह में प्रधान पूरे रूप विद्युत मिश्र एडवोकेट, वी डी सी सुनील माली, ऐश्वर्य शुक्ल, फार्मासिस्ट डॉ ज्योत्सना शुक्ला, सुनील पांडेय, बाबूलाल शुक्ल, राम कृपाल यादव, मुकेश मिश्र, संचिन यादव, नागेन्द्र वर्मा आदि मौजूद रहे। आयोजक संस्था के अध्यक्ष कुल भूषण शुक्ल ने स्वागत एवं कालेज के प्रबंधक राम शंकर यादव द्वारा अतिथियों व वक्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।

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