--डॉ. इंद्र बली मिश्रा,
काशी हिंदू विश्वविद्यालय,
वाराणसी-उत्तर प्रदेश, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
■ रक्षाबंधन 11 अगस्त को भद्रा के बाद रात 08:25 के बाद मनाना चाहिए
इस वर्ष रक्षा बंधन व उपाकर्म को लेकर संशय की स्थिति बन गयी है, क्योंकि कुछ पंचांगों में 11 अगस्त को बताया गया है, कुछ पंचांगों में 12 अगस्त को तथा कुछ पंचांगों में 11 एवं 12 दोनों दिन बताया गया है।
निष्कर्ष यही है कि रक्षाबंधन 11 अगस्त को भद्रा के बाद रात 08:25 के बाद मनाना चाहिए, यही शास्त्रसम्मत है। 12 अगस्त को रक्षाबंधन नहीं है।
उपाकर्म के लिए वेद व शाखाओं के अनुसार अलग-अलग व्यवस्था व परम्परा है। वर्तमान में हमलोग शुक्ल यजुर्वेद से सम्बद्ध हैं, हमलोगों का उपाकर्म 11 अगस्त को दिन में चतुर्दशी के बाद पूर्णिमा में होगा।
भद्रायां द्वे न कर्तव्ये श्रावणी फाल्गुनी तथा।
श्रावणी नृपतिं हन्ति ग्राम॔ दहति फाल्गुनी।।