गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के रिश्तेदार ठेकेदार अशोक भारद्धाज का अवैध उत्खनन का कारनामा



--विजया पाठक (एडिटर- जगत विजन),
भोपाल-मध्य प्रदेश, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

■ रायसेन जिले में नहर निर्माण में किसानों की बिना अनुमति से उठायी खेतों की मिट्टी

■ मुआवजा लेने के लिए 05 साल से दर-दर की ठोकर खा रहे किसान

मामला करीब पांच साल पुराना अप्रैल 2017 का है। रायसेन जिले में बारना नहर विस्तारण (एलबीसीडी-4) का निर्माण थाटीपुरा ग्वालियर के निवासी ठेकेदार अशोक भारद्धाज की कंपनी सार्थी कंस्ट्रक्शन द्वारा कराया जा रहा था। नहर निर्माण के दौरान जिले की तहसील उदयपुरा के ग्राम तिखावन के दो कृषक नरेश कुमार एवं उमेश कुमार के 4-4 एकड़ खेत (भूमि खसरा क्रमांक 3/3/17/2/1/3, 17/1) से ठेकेदार द्वारा किसानों की बिना अनुमति से सैकड़ों डंपर मिट्टी उठाई गई। बाद में बबाल मचने पर ठेकेदार ने मिट्टी उठाने के एवज में उक्तद दोनों किसानों को 05-05 लाख रूपये देने और खेतों की ले‍वलिंग करने की सहमति दी थी। आज पांच साल बीत चुके हैं। नहर का निर्माण भी पूर्ण हो चुका है, लेकिन आज तक न तो किसानों को मुआवजा का एक रूपया मिला है और न ही खेतों की लेवलिंग हुई है। किसान अपने हके को पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। शासन से लेकर प्रशासन तक तमाम आवेदन देने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। स्थानीय स्तर पर रायसेन, भोपाल तक न्याय की गुहार लगाई गई। इस दौरान पीड़ित किसानों का हजारों रूपये भी खर्च हो गये हैं। मिट्टी उठने के कारण कृषि भूमि गड्डों में तब्दील एवं अनुउपजाऊ हो गई है। ठेकेदार के इस कृत्य के कारण किसानों का काफी नुकसान हो गया है और आज भी किसान पूरी फसल नहीं ले पा रहे हैं।

● गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का रिश्तेदार है ठेकेदार अशोक भारद्धाज

ठेकेदार अशोक भारद्धाज प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तेम मिश्रा का खास रिश्तेेदार है और अपने क्षेत्र में बीजेपी का प्रमुख नेता है। यही वजह है कि वह अपने रसूख से किसानों की परेशानी पर ध्यान नहीं दे रहा है। बताया जा रहा है कि ठेकेदार प्रशासन स्तर भी अड़ंगा लगाकर कानूनी कार्रवाई में बाधा डाल रहा है और प्रशासनिक अधिकारियों पर दवाब डालकर अपने फेवर में कर कार्यवाई नहीं होने दे रहा है। इसी रसूख और पहुंच के कारण किसानों को दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर कर रहा है। इस मामले को लेकर उस समय किसानों ने ठेकेदार अशोक भारद्धाज से बात भी की। उन्होंने कहा कि मैं अपने बेटे गौरव भारद्धाज को भेज रहा हूं। दिनांक 20 जून 2017 को गौरव भारद्धाज को यह सारा मामला बताया और उन्होंने अपनी गलती को स्वीकार भी किया और उन्होंने बोला हम आपके सारे नुकसान की भरपाई करेंगे। इसके बाद उन्होंने न कोई बात की और न ही नुकसान की भरपाई की। उल्टा धमकी देने लगे। धमकी में अशोक भारद्धाज द्वारा कई प्रकार की उल-जलूल धमकियां दी गईं।

● उक्त मामले में किसानों ने कहां-कहां लगाई न्याय की गुहार

10/05/2017 को थाना प्रभारी उदयपुरा को, 12/05/2017 को तहसीलदार उदयपुरा को, 12/05/2017 को एसडीएम बरेली को (प्रकरण क्रमांक- 38/अ/67/एसडीओ/2017-18), 12/05/2017 को कलेक्टर रायसेन को, 13/05/2017 को क्षेत्रीय विधायक को, 04/10/2017 को मुख्यमंत्री को और 29/10/2017 को सांसद होशंगाबाद को आवेदन दिया। इसके साथ ही सीएम हेल्पलाईन में भी शिकायत की गई थी, जिसका पंजीयन क्रमांक 17329702 है। एसडीएम कोर्ट बरेली में यह प्रकरण दो सालों तक चला। एमडीएम द्वारा बताया गया कि इस इस प्रकरण में ठेकेदार पर कार्यवाही होना निचिश्त है और करोड़ों रूपये का जुर्माना होना बताया गया। पर ठेकेदार द्वारा एसडीएम पर दवाब होने के कारण कोई कार्यवाही नही की गई। फिर किसानों ने तत्कालीन कलेक्टर रायसेन से गुहार लगाई और सारा मामला कलेक्टर को बताया। कलेक्टर ने यह प्रकरण अपने पास कलेक्टर कोर्ट में चलाया और उनके द्वारा आश्वासन दिया गया कि हम सार्थी कंस्ट्रक्शन के मालिक अशोक भारद्धाज पर दण्डात्मक कार्यवाही और जुर्माना करेंगे। इस प्रकरण की तहसीलदार, एसडीएम एवं कलेक्टर द्वारा संपूर्ण जांच की गई। जांच में कितनी मिट्टी खोदी गई। लंबाई-चौड़ाई की सारी नपाई कराई गई। पंचनामा भी बनाया गया। पंचनामा सभी ग्रामवासी एवं ग्राम कोटवार सभी की मौजूदगी में बनाया। कलेक्टर द्वारा दो बार से जांच कराई गई। जांच में अवैध उत्खनन पाया गया है। उक्त संबंध में सभी दस्तावेज किसानों के पास उपलब्ध हैं।

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