--प्रदीप फुटेला
गदरपुर - उत्तराखंड
इंडिया इनसाइड न्यूज।
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राज्य स्तरीय विकसित भारत युवा संसद 2025 का आयोजन उत्तराखंड विधानसभा परिसर देहरादून में किया गया। उत्तराखंड के प्रत्येक जिलों से भाषण प्रतियोगिता में चयनित 78 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। गदरपुर की तनीशा चावला और मुस्कान चावला ने उधम सिंह नगर जिले का प्रतिनिधित्व कर उत्तराखंड विधानसभा परिसर देहरादून में भारत के संविधान के 75 वर्ष विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये।
तनीषा चावला ने अपने वक्तव्य में कहा कि संविधान के 75 वर्ष की यह गौरवमय यात्रा संघर्ष, त्याग, समर्पण, अधिकार, कर्तव्य और विकास की यात्रा है। यह उल्लेखनीय यात्रा है संविधान निर्माता के उदारवादी और दीर्घकालिक दृष्टिकोण की। भारतीय संविधान दर्शन है आध्यात्म का, द्योतक है संकल्प का। हमारे संवैधानिक मूल्य मनुष्य की सभ्यता के आधुनिक विकास क्रम का हृदय स्पंदन है, संविधान की अंतरात्मा न्याय, समता, अधिकार एवं बंधुत्व के आसव से अभिसिंचित है। संविधान दिवस के 11 संकल्प संवैधानिक मूल्यों को सशक्त करने की प्रतिज्ञा है, यह 11 संकल्प 11 कर्तव्यों के समान है। जब कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक संस्कृतियों का आदर और विनिमय बढ़ता है जब अवसर की दृष्टि में समानता का विषय आता है तब साकार होता है सबका साथ सबका विकास, तब पूर्ण होती है एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना।
मुस्कान चावला ने अपने वक्तव्य में कहा कि एक सुदृढ़ लोकतंत्र को दिशा देने वाले हमारे संविधान में नागरिकों के लिए स्वतंत्रता, समानता, न्याय और बंधुत्व जैसे मौलिक अधिकारों की ऐसी व्यवस्था की गई है कि व्यक्तिगत और सामाजिक हित में सामंजस्य स्थापित हो सके। यह राष्ट्र सफल तब होगा जब प्रत्येक नागरिक अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह करने में सफल होगा और कहा की आज भारतवासियों को अपनी संस्कृति का पालन करने मे शर्म नहीं आनी चाहिए वे अपने अतीत के गौरव से जुड़े अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करें। अपने संविधान, देश और देश के कानूनों के प्रति प्रेम व सम्मान का भाव हो। मुस्कान चावला ने महिलाओं के नेतृत्व में देश के विकास को प्राथमिकता देने की भी बात कही।
वहीं उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रीतू खंडूरी भूषण के द्वारा सभी 78 प्रतिभागियों को विधानसभा की ओर से उपहार और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।