--राजीव रंजन नाग
नई दिल्ली, इंडिया इनसाइड न्यूज।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को लोकसभा की बड़ी बहस के पहले दिन विपक्ष की ओर से जोरदार जवाबी हमले का नेतृत्व किया। उन्होंने 2017 के उन्नाव बलात्कार और पिछले महीने संभल में हुई हिंसा से लेकर कई मुद्दों पर लाल झंडा फहराया। उन्होंने संविधान को फिर से लिखने की भाजपा की 'योजना' पर तीखे हमले किए और राष्ट्रीय जाति जनगणना के लिए जोरदार वकालत की, जो विपक्ष की मुख्य मांग रही है।
कांग्रेस सांसद ने प्रतिद्वंद्वियों को 'सेंसर' करने के लिए संघीय एजेंसियों के इस्तेमाल को लेकर भाजपा की आलोचना की - विपक्ष द्वारा अक्सर लगाए जाने वाले आरोप, खासकर चुनावों से पहले, और 'वाशिंग मशीन' का मजाक उड़ाया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की शुरुआती टिप्पणियों के जवाब में अपना पहला भाषण दिया। "कुछ दिन पहले, संभल के शोकाकुल परिवारों के कुछ लोग हमसे मिलने आए... उनमें दो बच्चे थे - अदनान और उजैर। एक मेरे बेटे की उम्र का था (रैहान वाड्रा 24 साल के हैं) और दूसरा करीब 17 साल का था। उनके पिता एक दर्जी थे, जिनका एक ही सपना था... अपने बेटों को शिक्षित होते देखना।" "पुलिस ने उनके पिता को गोली मार दी। अदनान ने मुझसे कहा कि वह बड़ा होकर डॉक्टर बनेगा और अपने पिता के सपने को साकार करेगा। प्रियंका ने कहा एक सपना जो भारत के संविधान ने उसे दिया है।
संविधान को बनाने के 75 साल पूरे होने के मौके पर लोकसभा में शुक्रवार (13 दिसंबर 2024) को दो दिवसीय चर्चा में कांग्रेस की तरफ से उन्होंने बोला। किसी बड़ी चर्चा में यह उनका पहला भाषण था। "उन्होंने धीमे और सोचे-समझे भाषण में कहा कि हमारा संविधान हमारा प्रकाश स्तंभ है, हमारा 'सुरक्षा कवच' है... यह नागरिकों को सुरक्षित रखता है। लेकिन यह दुखद है कि 10 साल में सत्ता पक्ष (भाजपा का जिक्र करते हुए) के साथियों ने, जो बड़े-बड़े दावे करते हैं, इस 'कवच' को तोड़ने का प्रयास किया है।"
श्रीमती गांधी वाड्रा ने निचले सदन को चेतावनी देते हुए कहा, "इस 'कवच' को तोड़ने का काम पहले ही शुरू हो चुका है।" उन्होंने अपने भाई राहुल गांधी और अन्य विपक्षी सांसदों के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं की चेतावनी को दोहराया - कि लगातार तीसरे कार्यकाल से उत्साहित भाजपा संविधान को बुनियादी स्तर पर बदल देगी। उन्होंने कहा, 'हमारा संविधान सुरक्षा कवच है। ऐसा सुरक्षा कवच जो नागरिकों को सुरक्षित रखता है। यह न्याय का, एकता का, अभिव्यक्ति के अधिकार का कवच है। यह दुखद है कि 10 साल में बड़े-बड़े दावे करने वाले सत्ता पक्ष के साथियों ने इस कवच को तोड़ने की पूरी कोशिश की है। संविधान सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का वादा करता है। ये वादे सुरक्षा कवच हैं और इसे तोड़ने का काम शुरू हो गया है। लेटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए ये सरकार आरक्षण को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।'
कांग्रेस महासचिव वाड्रा के हमलों में जाति जनगणना की विपक्ष की मांग को रेखांकित करना शामिल रखा। "आज लोग जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं। सत्ता पक्ष के एक साथी (केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, जिनकी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (ए) भाजपा की सहयोगी है) ने भी इसका ज़िक्र किया। उन्होंने कहा - जाति जनगणना ज़रूरी है, ताकि हम सभी की स्थिति जान सकें और उसके अनुसार नीतियाँ बनाई जा सकें। "आज लोग देश की वास्तविकता को समझने के लिए जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं...लेकिन सरकार जिम्मेदारी से बचती है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के कार्यों पर सवाल उठाती है। आपकी क्या ज़िम्मेदारी है?" उन्होंने कांग्रेस सांसदों की जोरदार जय-जयकार के बीच यह सवाल पूछा।
उन्होंने इस साल अप्रैल-मई के संघीय चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी पर विवाद का जिक्र करते हुए कहा, "... जाति जनगणना समय की जरूरत है, लेकिन वे मंगलसूत्र जैसी चीजों पर चर्चा करके इसे महत्वहीन बना देते हैं।" कांग्रेस लोगों की संपत्ति लूटकर "घुसपैठियों" को दे रही है..। प्रधानमंत्री के मंगलसूत्र वाले बयान पर प्रियंका ने माँ और दादी की ओर इशारा किया।
"वह (प्रधानमंत्री) कहते हैं कि कांग्रेस आपका सोना छीनना चाहती है...आपका मंगलसूत्र। देश को आज़ाद हुए 70 साल हो गए...कांग्रेस ने 55 साल तक राज किया। क्या किसी ने आपका सोना या मंगलसूत्र छीना? इंदिरा गांधी ने अपना सोना दिया...मेरी माँ ने अपना मंगलसूत्र त्याग दिया..."
पहले यह संभावना जताई जा रही थी कि लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी संसद में संविधान पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कई अहम मुद्दे उठाएंगे, लेकिन बाद में इसके लिए प्रियंका गांधी का नाम तय किया गया। दो दिवसीय चर्चा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रणनीति बनाने संबंधी एक बैठक की, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी संसद भवन स्थित अपने कार्यालय में बीजेपी के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ एक बैठक की। पिछले कई दिनों से सदन में बहसबाजी हो रही है। भारी हंगामे के बीच सदन को बार-बार स्थगित कर दिया जा रहा है। प्रियंका गांधी वाड्रा से पहले बीजेपी के दिग्गज नेता राजनाथ सिंह ने लोकसभा में भाषण दिया।
पिछले कई दिनों से सदन में बहसबाजी हो रही है। भारी हंगामे के बीच सदन को बार-बार स्थगित कर दिया जा रहा है। प्रियंका गांधी वाड्रा से पहले बीजेपी के दिग्गज नेता राजनाथ सिंह ने लोकसभा में भाषण दिया। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि संविधान ही हमारी आवाज है। संविधान ने चर्चा का हक दिया है। संविधान ने आम आदमी को सरकार बदलने की ताकत दी है। इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे इस तरह नहीं आए होते तो सत्ता पक्ष के लोग संविधान को ही बदल दिए होते। देश के संविधान ने गरीब लोगों का भला किया है। इससे गरीबों और महिलाओं को आवाज मिली है। प्रियंका गांधी ने कहा कि मौजूदा सरकार आरक्षण को कमजोर कर रही है। प्रियंका गांधी ने कहा कि आज देश का किसान भगवान भरोसे है। किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सदन में उन्नाव रेप पीड़िता का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि उन्नाव की रेप पीड़िता को न्याय नहीं मिला है। संविधान ने महिलाओं की आवाज उठाने की ताकत दी है। बीजेपी पर हमला बोलते हुए प्रियंका गांधी ने कहा इनके पास वॉशिंग मशीन हैं। कई सारे लोग सदन में ऐसे हैं जो उधर जाकर बैठ गए हैं। वाशिंग मशीन में धुल गए हैं, इसलिए पहचान में नहीं आ रहे हैं।