--राजेन्द्र कुमार
जयपुर - राजस्थान
इंडिया इनसाइड न्यूज।
जॉन्स हॉपकिंस ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ वाशिंगटन ने सवाई मानसिंह अस्पताल के ईएनटी विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉ पवन सिंघल को मेंटर बनाया है। डॉ सिंघल अब भारत सहित अन्य देशों के तंबाकू पर शोध व शिक्षा ग्रहण करने वाले चुनिंदा युवाओं को शिक्षा ग्रहण कराएंगे।
सवाई मानसिंह अस्पताल के ईएनटी विभाग के वरिष्ठ आचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ पवन सिंघल ने बताया कि जॉन्स हॉपकिंस ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ वाशिंगटन की और से वैश्विक स्तर पर तंबाकू नियंत्रण के कार्यक्रम चलाए जाते है। जिसके तहत दुनियाभर के युवाओं, तंबाकू नियंत्रण पर सरकारी व गैर सरकारी संगठनों के जो प्रतिनिधि काम करते है उनके लिए कई तरह के पाठ्यक्रम चलाए जाते है। जिसके लिए मेंटर को चुना जाता है जो कि इन्हे तंबाकू नियंत्रण की दिशा में शिक्षा प्रदान करते है।
उन्होने बताया कि जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की और से भारत से चुने गए प्रतिनिधियों को 1 अक्टूबर से 20 दिसंबर तक राजस्थान में तंबाकू नियंत्रण के तकनीकी पहलुओं पर शिक्षा प्रदान कराई जाएगी।
गौरतलब है कि डॉ. पवन सिंघल पिछले 16 वर्षों से तंबाकू नियंत्रण की दिशा में कई स्तर पर काम कर रहें है। वर्ष 2009 में यूआईसीसी, शीरीन गजधर फैलोशिप जोकि टाटा मेमोरियल सेंटर मुंबई की और से प्रदान की जाती है, के दौरान प्रोफेसर पंकज चतुर्वेदी की प्रेरणा से तंबाकू नियंत्रण की दिशा में काम करने का अवसर मिला तभी से काम जारी है। वहीं प्रदेश के पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ युवाओं को भी तंबाकू नियंत्रण की समय-समय पर तकनीकी कार्यक्रम के जरिए जानकारी प्रदान करते है। जिसका परिणाम है कि आज राजस्थान में तंबाकू उपभोग करने वालों की दर में कमी आई है। ग्लोबल एडल्ट टोबेको सर्वे 2017 के अनुसार वर्ष 2010 में जहां 34.6 प्रतिशत लोग तंबाकू का उपभोग करते थे वह 2017 तक 24.7 प्रतिशत कम हो गया। जिसके फलस्वरूप प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से तकरीबन तेरह लाख जीवन बचाए जा सकते हैं।