जेल से अरविंद केजरीवाल ने जारी किया पहला आदेश



--राजीव रंजन नाग
नई दिल्ली, इंडिया इनसाइड न्यूज।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय की कस्‍टडी से अपना पहला आदेश जारी किया है। क्‍या अब दिल्‍ली की सरकार जेल से चल रही है...? सूत्रों ने बताया कि इस बहस के बीच कि क्या अरविंद केजरीवाल जेल से दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में काम करना जारी रख सकते हैं या नहीं। अरविंद केजरीवाल ने आज प्रवर्तन निदेशालय की कस्‍टडी से अपना पहला आदेश जारी किया है। आप नेता आतिशी ने बताया कि ईडी की हिरासत से दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पानी की कमी का सामना कर रहे इलाकों में पानी के पर्याप्त टैंकर मुहैया कराने का निर्देश दिया। साथ ही सीवर की समस्याओं का समाधान करने का भी निर्देश दिया है।

आतिशी ने कहा कि मुख्यमंत्री का पत्र पढ़कर उनकी आंखों में आंसू आ गए। उन्‍होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल जी ने मुझे एक पत्र और एक निर्देश भेजा है। इसे पढ़कर मेरी आंखों में आंसू आ गए। मैं सोच रही हूं कि यह कैसा शख्‍स है... जो जेल में होने के बावजूद दिल्लीवासियों की पानी और सीवेज समस्याओं के बारे में सोच रहा है। केवल अरविंद केजरीवाल ऐसा कर सकते हैं, क्योंकि वह खुद को दिल्ली के 2 करोड़ लोगों के परिवार का सदस्य मानते हैं।"

उन्होंने कहा, ''मैं भाजपा से कहना चाहती हूं कि आप अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकते हैं... उन्हें जेल में डाल सकते हैं, लेकिन आप दिल्ली के लोगों के प्रति उनके प्यार और कर्तव्य की भावना को कैद नहीं कर सकते। आप नेता जेल में हो सकते हैं, लेकिन दिल्‍ली में काम नहीं रुकेगा।"

आतिशी ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा कि अरविंद केजरीवाल पूरी दिल्‍ली को अपना परिवार मानते हैं। ईडी की कस्‍टडी में जारी किये गए पहले आदेश में केजरवाल ने कहा, "मुझे पता चला है कि दिल्‍ली के कुछ इलाकों में पानी और सीवर की काफी समस्‍याएं हो रही हैं। इसे लेकर मैं चिंतित हूं। चूंकि मैं जेल में हूं, इस वजह से लोगों को जरा भी तकलीफ नहीं होनी चाहिए। गर्मियां भी आ रही हैं। जहां पानी की कमी है, वहां उचित संख्‍या में टैंकरों का इतंजाम कीजिए। मुख्‍य सचिव समेत अन्‍य अधिकारियों को उचित आदेश दीजिए, ताकि जनता को किसी तरह की परेशानी न हो। जनता की समस्‍याओं का तुरंत और समुचित समाधान होना चाहिए। जरूरत पढ़ने पर उपराज्‍यपाल महोदय का भी सहयोग लें। वे भी आपकी मदद जरूर करेंगे।" यह आदेश एक नोट के माध्यम से दिया गया था जो कल देर शाम दिल्ली की जल मंत्री आतिशी को भेजा गया था।

इस बीच ,आप ने कहा है कि नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा, भले ही इसके लिए श्री केजरीवाल जेल से मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करें।

आम आदमी पार्टी प्रमुख को दिल्ली शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था और अगले दिन शहर की राउज एवेन्यू अदालत ने उन्हें 28 मार्च तक जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया था। मुख्यमंत्री ने कल सभी से आग्रह किया था कि वे समाज के लिए काम करना जारी रखें और किसी से नफरत न करें, यहां तक कि सत्तारूढ़ भाजपा के लोगों से भी। यह संदेश उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने पढ़ा।

दिल्ली की तिहाड़ जेल के एक पूर्व कानून अधिकारी सुनील गुप्ता का कहना है कि एक कैदी एक सप्ताह में केवल दो मुलाकातें कर सकता है, जिससे श्री केजरीवाल के लिए मुख्यमंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभाना मुश्किल हो जाएगा। एकमात्र उपाय जो कारावास के भीतर से श्री केजरीवाल के शासन को सुविधाजनक बना सकता था, वह यह था कि उन्हें घर में नजरबंद कर दिया जाए। उपराज्यपाल के पास किसी भी इमारत को जेल में बदलने की शक्ति है, और यदि श्री केजरीवाल उन्हें घर में नजरबंद करने के लिए मना सकते हैं - तो इससे उन्हें दिल्ली सरकार के दिन-प्रतिदिन के कामकाज का हिस्सा बनने में मदद मिलेगी। सुनील गुप्ता ने कहा, ''प्रशासक के पास किसी भी इमारत को जेल घोषित करने का अधिकार है।''

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