--राजीव रंजन नाग,
नई दिल्ली, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
बीजेपी सांसद व भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ अपनी लड़ाई तेज कर दी है। भारतीय पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत 30 पहलवानों ने कुश्ती महासंघ और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इन पहलवानों का नेतृत्व जंतर-मंतर पर ओलंपियन विनेश फोगाट कर रहीं हैं। पहलवानों का धरना तीसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। खेल मंत्रालय से मिल रही जानकारी के अनुसार बृजभूषण शरण सिंह को किसी भी समय इस्तीफा देने को कहा जा सकता हैं।
मी-टू के आरोपों के मद्देनजर विरोध करने वाले पहलवान इस बात पर जोर दे रहे हैं कि कुश्ती संघ के प्रमुख को तुरंत बर्खास्त कर दिया जाए, क्योंकि उन्हें "अपनी जान का डर" है। हालांकि, प्रमुख ने सभी आरोपों का खंडन किया था, यह कहते हुए कि वह इस्तीफा नहीं देंगे। विनेश फोगट पीड़ितों की पहचान भारतीय ओलंपिक संघ समिति के समक्ष प्रकट करने पर सहमत हो गई हैं। ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक के अलावा विनेश फोगट और अन्य सहित प्रतिष्ठित भारतीय पहलवान पिछले दो दिनों से डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं, उन पर यौन शोषण और डराने-धमकाने का आरोप लगा रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि महासंघ भंग हो।
महिला पहलवान विनेश फोगाट का आरोप है कि डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष महिला पहलवानों के निजी जीवन और रिश्तों में दखल देने की कोशिश करते हैं। पहलवानों ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि उनके पास भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ सारे सबूत हैं। उन्होंने कहा कि उनके साथ 5-6 लड़कियां हैं, जिनका यौन शोषण हुआ है और इसे साबित करने के लिए सबूत भी हैं। हालांकि, वो इन्हें सार्वजानिक नहीं करना चाहते हैं। पहलवानों ने कहा कि हम इस मामले में केस दर्ज कराएंगे और बृजभूषण शरण सिंह का इस्तीफा दिलवाकर जेल भिजवाएंगे।
इस बीच इस पूरे मामले के सामने आने पर खेल मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ को पत्र लिखकर 72 घंटे में जवाब मांगा है। वहीं, विनेश फोगट ने कहा कि सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और कुश्ती महासंघ में पूर्व पहलवानों को नियुक्त करना चाहिए। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ को तुरंत भंग कर देना चाहिए। वहीं, बृजभूषण शरण सिंह ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि यौन शोषण का आरोप सच साबित हुआ, तो वो फांसी पर लटकने को तैयार हैं।
बीते दिन खेल मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद विनेश फोगाट ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि जब शोषण होता है तो कमरे में होता है और कमरे में कैमरा नहीं होता। जिन लड़कियों का शोषण हुआ वो खुद सबूत हैं। विनेश फोगाट ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाते हुए पूछा था कि आखिर क्या वजह है, जो नेशनल कैंप लखनऊ में आयोजित होता है? विनेश फोगाट ने दावा किया कि लखनऊ में राष्ट्रीय शिविर में महिला पहलवानों का यौन शोषण होता है। लखनऊ के राष्ट्रीय शिविर में कई कोच और वर्ल्ड रेसलर फैडरेशन आफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) अध्यक्ष ने भी महिला पहलवानों का यौन शोषण किया है।
हालांकि, उन्होंने साफ किया कि उन्हें इस तरह के शोषण का सामना नहीं करना पड़ा है। विनेश फोगाट ने आरोप लगाए थे कि महिला पहलवानों को मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किया जाता है। उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ महिलाएं डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के कहने पर महिला पहलवानों से संपर्क करती हैं। उन्होंने दावा किया कि लखनऊ में उनका घर है। जिसके चलते वो वहां कैंप लगवाते हैं। जिससे लड़कियों का शोषण आसानी से किया जा सके। उन्होंने दावा किया कि बंद कमरे में महिला पहलवानों का शोषण होता है।
इन पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर कुश्ती संघ को मनमाने तरीक़े से चलाने का आरोप लगाया है। एशियन गेम्स और राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को कई पदक दिलाने वाली महिला कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह पर कई लड़कियों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। विनेश ने कहा, "भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रेसीडेंट ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है।" उन्होंने कहा, "वे हमारी निजी ज़िंदगी में दखल देते हैं और परेशान करते हैं। वे हमारा शोषण कर रहे हैं। जब हम ओलंपिक खेलने जाते हैं तो न तो हमारे पास फ़िज़ियो होता है न कोई कोच। जब हमने अपनी आवाज़ उठाई तो उन्होंने हमें धमकाना शुरू कर दिया।"
उधर, बृजभूषण शरण सिंह ने उत्तर प्रदेश के गोंडा में पत्रकारों से कहा, "अगर मैं बोलूंगा तो सुनामी आ जाएगी... मैं यहां किसी की दानशीलता के कारण नहीं हूं। मुझे लोगों ने चुना है।" उन्होंने कहा कि वह आज शाम चार बजे संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने श्री सिंह को फोन किया और मीडिया के सामने कोई भी बयान देने के प्रति आगाह किया क्योंकि इससे पहलवानों के साथ स्थिति और जटिल हो जाएगी। कल बिना किसी नतीजे के चार घंटे (रात 10 बजे से 2 बजे) प्रदर्शनकारी पहलवानों से मिले अनुराग ठाकुर आज फिर पहलवानों से मिलने के लिए तैयार हैं। बैठक से पहले पहलवानों ने भारतीय ओलंपिक संस्था की प्रमुख पीटी उषा को पत्र लिखकर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पहलवानों ने सुश्री उषा को लिखे अपने पत्र में कहा, "टोक्यो में ओलंपिक पदक से चूकने के बाद विनेश फोगट को डब्ल्यूएफआई प्रमुख द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित और प्रताड़ित किया गया था।"
इस बीच, खेल मंत्रालय ने प्रदर्शनकारियों से इंतजार करने का आग्रह किया है क्योंकि उसने महासंघ से जवाब मांगा है। इससे पहले बुधवार को केंद्र ने स्पष्ट किया था कि अगर डब्ल्यूएफआई अगले तीन दिनों में जवाब नहीं देता है तो खेल मंत्रालय "राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 के प्रावधानों के तहत महासंघ के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगा।" "दुर्भाग्य से हमें संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली। कल, हमारे बीच 1-2 पीड़ित थे, लेकिन अब हमारे पास 5-6 पहलवान हैं, जिनका उत्पीड़न (यौन उत्पीड़न) किया गया था। हम अभी उनका नाम नहीं ले सकते, आखिरकार वे बेटियां हैं और किसी की बहनें। लेकिन अगर हमें उनकी पहचान का खुलासा करने के लिए मजबूर किया जाता है, तो यह एक काला दिन होगा, "दो बार की विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश ने गुरुवार दोपहर मीडिया से बात करते हुए कहा।
कुश्ती के दिग्गज़ खिलाड़ियों के आरोपों पर बृज भूषण सिंह ने कहा, "कोई भी आदमी ऐसा है जो कह सके कि कुश्ती संघ में एथलीटों का उत्पीड़न किया गया है। कोई तो होना चाहिए? क्या पिछले 10 सालों से फ़ेडरेशन से उन्हें कोई दिक़्क़त नहीं थी।" उन्होंने कहा "अगर ये आरोप सच साबित होता है तो मैं फांसी पर लटकने के लिए तैयार हूं।" इस बीच रेसलर दिव्या काकरान ने ट्वीट कर कहा है, ''माननीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष श्री ब्रज भूषण शरण सिंह जी पर लगे आरोप ग़लत हैं।'' हालांकि एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने वाली और अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित दिव्या काकरान पहले सरकार से खिलाड़ियों को मदद और सुविधा न मिलने को लेकर मुखर रही हैं।
उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले और कैसरगंज लोकसभा से छह बार निर्वाचित (बीजेपी) ब्रज भूषण शरण सिंह पहलवान के तौर पर वे ख़ुद को 'शक्तिशाली' कहते हैं। 1991 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने जाने वाले सिंह, 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 में भी लोकसभा के लिए चुने गए। बृज भूषण सिंह 2011 से ही कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं। 1988 में वे बीजेपी से जुड़े और फिर पहली बार 1991 में रिकॉर्ड मतों से सांसद बने। 1999 के बाद से अब तक एक भी चुनाव नहीं हारे हैं। उनके बेटे प्रतीक गोंडा से बीजेपी विधायक हैं। बीजेपी से जुड़ने के बाद बृज भूषण शरण सिंह ने अपनी छवि एक हिंदुवादी नेता के तौर पर बनाई और अयोध्या के बाबरी मस्जिद ढांचे को गिराने के अभियुक्त भी रहे। हिंदुत्व राजनीति के मुखर समर्थक रहे बृज भूषण सिंह का नाम बीजेपी के कद्दावर नेता लाल कृष्ण आडवाणी के साथ उन 40 अभियुक्तों में शामिल था जिन्हें 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद के ढांचे को गिराने का ज़िम्मेदार माना गया था। हालांकि सितंबर 2020 में कोर्ट ने उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया था।