--राजीव रंजन नाग,
नई दिल्ली, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
योग शिक्षक और पतंजलि आयुर्वेद के रामदेव की महिलाओं के पहनावे पर अभद्र टिप्पणी ने एक विवाद को जन्म दे दिया है। उनकी यह टिप्पणी राजनीतिक मोड़ लेती दिख रही है। भाजपा के प्रचारक माने जाने वाले रामदेव की इस विवादित टिप्पणी पर भाजपा ने चुप्पी साध ली है। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में योगगुरू बाबा रामदेव ने महिलाओं के कपड़े को लेकर विवादित टिप्पणी की है।
दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि महिलाएं साड़ी पहनकर भी अच्छी लगती हैं। सलवार कमीज पहन कर भी अच्छी लगती है, मेरी नजर में कुछ न पहनें तो भी अच्छी लगती हैं। दिलचस्प बात ये है कि उन्होंने यह बयान सूबे के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे की मौजूदगी में कही।
दरअसल, योग गुरु रामदेव ठाणे में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जहां महिलाएं योग के लिए पोशाकें लाई थीं और फिर महिलाओं के लिए एक सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम के लिए महिलाएं साड़ियां लेकर आईं। मगर सुबह योग विज्ञान शिविर लगा, जिसके बाद महिलाओं के लिए योग प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। उसके तुरंत बाद, महिलाओं के लिए एक आम सभा शुरू हुई। इसलिए महिलाओं को साड़ी पहनने का समय ही नहीं मिला था।
इस कार्यक्रम में योग गुरु बाबा रामदेव ने अमृता फडणवीस की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि, अमृता फडणवीस को युवा बने रहने का इतना जुनून है कि मुझे लगता है कि वह कभी भी 100 साल की बूढ़ी औरत नहीं होंगी। ये बहुत हिसाब से भोजन खाती हैं और खुश रहती हैं। रामदेव ने कहा कि जब देखों वे बच्चों की तरह हंसती रहती हैं। अमृता फडणवीस के चेहरे पर जिस तरह की मुस्कान है, मैं सभी के चेहरे पर उसी खुशी को देखना चाहता हूं।
इस बीच , रामदेव की टिप्पणियों की निंदा करते हुए, दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा कि रामदेव को "देश से माफी मांगनी चाहिए"। रामदेव द्वारा शुक्रवार को दिए गए भाषण का वीडियो सुश्री मालीवाल ने ट्वीट किया था। उनके साथ मंच पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस भी थीं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र श्रीकांत शिंदे भी शामिल हुए थे।
"देख रहा हूँ सब बहुत खुश लग रहे हैं। तुम्हारी भी किस्मत अच्छी है। आगे वालों को साड़ी पहनने का मौका मिल गया। पीछे वालों को तो मौका ही नहीं मिला। शायद घर से साड़ी बांधकर ले आए लेकिन बदलने की फुर्सत नहीं थी।" वीडियो में रामदेव मुस्कुराते हुए कहते सुनाई दे रहे हैं। "आप साड़ी में खूबसूरत लगती हैं। आप भी अमृता जी की तरह सलवार सूट में अच्छी लगती हैं। और अगर मेरी तरह कोई इसे नहीं पहनता है, तो वह भी अच्छा लगता है।" कैमरे ने दर्शकों को घेर लिया, जहां महिलाएं एक-दूसरे को घबराहट में देख रही थीं।
"आप सामाजिक मानदंडों के लिए कपड़े पहनते हैं," रामदेव ने हंसते हुए कहा। उन्होंने कहा, "बच्चों को कुछ भी पहनने की जरूरत नहीं है। हम आठ या 10 साल की उम्र तक नग्न घूमते थे। केवल इन दिनों बच्चे पांच परतों वाले कपड़े पहनते हैं।"
वीडियो के साथ सुश्री मालीवाल के ट्वीट में कहा है, "स्वामी रामदेव द्वारा महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री की पत्नी के सामने महिलाओं पर की गई टिप्पणी अशोभनीय और निंदनीय है। इस बयान से सभी महिलाएं आहत हुई हैं। इस बयान के लिए बाबा रामदेव जी को देश से माफी मांगनी चाहिए।"
तृणमूल सासद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, "अब मुझे पता चला कि पतंजलि बाबा महिलाओं के कपड़ों में रामलीला मैदान से क्यों भागे। उनका कहना है कि उन्हें साड़ी, सलवार पसंद हैं और...स्पष्ट रूप से उनके मस्तिष्क में एक खिंचाव आ गया है, जो उनके विचारों को इतना एकतरफा बना देता है।" 2012 की घटना, जब सफेद सलवार कमीज में योग शिक्षक को पुलिस को चकमा देने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था।
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने सवाल किया कि श्रीमती फडणवीस ने रामदेव की टिप्पणियों का विरोध क्यों नहीं किया। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा- जब राज्यपाल शिवाजी पर अपमानजनक टिप्पणी करते हैं, जब कर्नाटक के मुख्यमंत्री महाराष्ट्र के गांवों को कर्नाटक ले जाने की धमकी देते हैं और अब जब भाजपा प्रचारक रामदेव महिलाओं का अपमान करते हैं, तो सरकार चुप रहती है। क्या सरकार ने अपनी जुबान दिल्ली के पास गिरवी रख दी है? भाजपा ने टिप्पणियों का जवाब नहीं दिया है। रामदेव या पतंजलि की ओर से भी कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है।