--डॉ• इंद्र बली मिश्रा,
काशी हिंदू विश्वविद्यालय,
वाराणासी-उत्तर प्रदेश, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
गुरुवार 9 सितंबर को मनाई जाने वाली हरतालिका तीज पर 14 वर्ष बाद रवियोग बन रहा है। इस अद्भुत योग में व्रत और पूजन से सुहागिन महिलाओं की सभी मुरादें पूरी होगीं।
■ भगवान शिव और माता पार्वती का होता है पूजन, पति की लंबी आयु के लिए महिलायेंं रखती हैं ये व्रत
हरतालिका तीज भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती हैं इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं, ये व्रत निराहार और निर्जला किया जाता है, हरतालिका तीज व्रत हिन्दू धर्म में सुहागिन महिलाओं द्वारा रखा जाने वाला अत्यंत कठिन और अति शुभ फलदायी व्रत माना गया है।
■ इस कारण बन रहा रवियोग
हरतालिका तीज पर रवियोग 14 वर्ष बाद चित्रा नक्षत्र के कारण बन रहा है, जो 9 सितंबर सायं 5 बजकर 14 मिनट से अगले दिन 10 सितंबर सायं 4 बजकर 1 मिनट तक रहेगा। हरतालिका तीज अति शुभ समय शाम 5 बजकर 16 मिनट से रात्रि को 08 बजकर 45 मिनट तक है। हरतालिका व्रत की पूजा के समय रवियोग रहेगा।