दल बदलू सिंधिया की उपचुनाव रैली में भाजपा के पक्ष में वोट मांगने की अपील कहीं पार्टी को मंहगी न पड़ जाए



--विजया पाठक (एडिटर- जगत विजन),
भोपाल-मध्य प्रदेश, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

■ जनता को धोखा देने वाले राहुल लोधी को क्या माफ करेगी दमोह की जनता

दमोह उपचुनाव का प्रचार प्रसार अब अंतिम दौर में है। दोनों प्रमुख पार्टियां अपने-अपने कैंडिडेट की जीत के लिए जी-जान से जुटी हुई हैं। 17 अप्रैल को होने वाले उपचुनाव को लेकर न सिर्फ सत्ताधारी दल भाजपा बल्कि कांग्रेस के प्रमुख नेता पूरी ताकत से प्रचार प्रसार और जीत की योजना बनाने में जुटे है। लेकिन दमोह उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी राहुल लोधी के पक्ष में वोट मांगने के लिए पहली बार राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को अंबेडकर साहब की जयंती अवसर पर चुनाव रैली को संबोधित करेंगे। सिंधिया की इस रैली को लेकर सत्ताधारी दलों में खासा चर्चा का दौर चल रहा है। यह चर्चा इस बात को लेकर है राजनीति की बिसात पर यह कैसा दिन देखने को मिल रहा है कि एक दल बदलू नेता दूसरे दल बदलू नेता को चुनाव में जीत दिलाने उसके पक्ष में रैली करने आ रहा है। ऐसे में सिंधिया के सामने भी यह कड़ी चुनौति है कि वो जनता के सामने आखिर अपना विश्वास कैसे साबित करें।

लगभग एक साल पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दल बदलकर जिस तरह से कांग्रेस सरकार को गिरवाने में अहम भूमिका निभाई थी ऐसे में आखिर वो किस भरोसे के साथ दमोह की जनता से राहुल लोधी के पक्ष में वोट डालने की अपील करेंगे। देखा जाए तो सिंधिया हो या फिर उनके करीबी वो नेता तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, प्रभुराम चौधरी एक समय तक श्रीमंत के कहने पर कांग्रेस सरकार पर रहते हुए भाजपा नेताओं को खरी-खरी सुनाते थे। ऐसे में अब दल बदलकर आज वो उसी भाजपा पार्टी के मंच पर राजीनितक रोटियां सेंक रहे है। कुल मिलाकर एक बात समझने वाली है कि भले ही भाजपा के कई वरिष्ठ नेता दमोह में डेरा रखकर बैठ गए हो, लेकिन वो खुद भी बहुत अच्छे से जानते है कि वो इस चुनाव में वो भितरघात का शिकार हो सकते है। बीजेपी के लिए दमोह उपचुनाव की सीट पर जीत हासिल करना खासा चुनौतिपूर्ण है। क्योंकि इधर कमलनाथ और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी कड़ी मेहनत कर रहे है और सभी अजय टंडन की विश्वसनियता को घर-घर पहुंचाने का काम कर रहे है।

कांग्रेस इस सीट को दल बदलू बनाम अजय टंडन के नाम पर लड़ना चाहती है यही वजह है कि कांग्रेस की यह रणनीति उनको वोटिंग के समय बढ़त दिला सकती है। कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी दल बदलू राहुल लोधी को सबक सिखाने को लेकर खासे उत्साहित है। उन्होंने कहा कि जनता दल बदलू लोधी को माफ नहीं करेगी और जनता को दिए गए धोखे का बदला वो जरूर लेगी। खेर, 17 अप्रैल को वोटिंग के बाद सभी नजरें 2 मई पर होगी जब मतगणना का रिजल्ट आएगा और दमोह की जनता किसके पक्ष में उतरती है यह बात साबित होगी।

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