--एकलव्य कुमार,
भरतपुर-राजस्थान, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
कोरोना के खौफ का असर देशभर में देखा जा रहा है। इसी को देखते हुए बुधवार को आयुर्वेद विभाग के द्वारा जिला कलैक्ट्रेट पार्क में लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया गया। निशुल्क वितरण कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों, कर्मचारियों सहित सैकड़ों लोगों ने आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन किया। बात दें कि लगभग हर वर्ष मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए आयुर्वेद विभाग की ओर से आयुर्वेदिक काढ़े का वितरण किया जाता है। फिलहाल दुनियाभर में फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों में दहशत का माहौल है।
चिकित्सकों की मानें तो बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्ति इस रोग से जल्दी रिकवर होते है। इसी को लेकर आयुर्वेद विभाग भरतपुर ने कोरोना वायरस और मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए जागरूकता और काढ़ा वितरण अभियान चला रहा है। जिसके तहत लोगों को आयुर्वेद विभाग की ओर से आयुर्वेदिक काढ़े का वितरण किया जा रहा है। आयुर्वेदिक काढ़े का लाभ देने के लिए आयुर्वेद विभाग के द्वारा भरतपुर को सात जोन में बांटकर हर जोन में अलग अलग समय पर शिविर लगाकर लोगों को काढ़े का वितरण किया जा रहा है। फिलहाल आयुर्वेद विभाग के द्वारा केन्द्रीय बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, आयुर्वेदिक औषधालयों, जनाना अस्पताल, चिन्ताहरण हनुमान मन्दिर, किला स्थित बांके बिहारी मन्दिर पर काढ़ा वितरण कैम्प लगा कर हजारों की संख्या में शहर के निवासियों को काढ़ा पिलाया गया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को कोरोना वायरस से बचने के लिए सावधानी के मद्देनजर मास्क का भी वितरण किया गया।
इस मौके पर आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक डा• निरंजन सिंह एवं डा• चन्द्रप्रकाश दीक्षित ने लोगों को कोरोनावायरस की रोकथाम, बचाव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद विभाग के द्वारा पिलाए जा रहे काढ़े से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है जिससे लोग मौसमी बीमारियों सहित विभिन्न वायरसों से अपना बचाव कर सकते है। इसलिए इस काढ़े को अमृत काढ़ा भी कहा जाता है। उन्होंने बताया कि इस काढ़े के निर्माण में विभिन्न आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग किया जाता है। जिसका लोगों के शरीर पर अच्छा असर होता है।