राजस्थान, 24 मई 2019, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने आज राजस्थान के पोखरण परीक्षण रेंज से एसयू-30एमकेआई विमान से 50 किलोग्राम वर्ग के इनर्शियल गाइडेड बम का उड़ान परीक्षण किया। गाइडेड बम ने सफलतापूर्वक रेंज हासिल करते हुए लक्ष्य पर काफी स्टीक रूप से निशाना लगाया।
मिशन के सभी उद्देश्य पूरे हो गए हैं। यह प्रणाली विभिन्न युद्ध हथियारों को ले जाने में सक्षम है।
॥●॥ पूर्वी कमान इकाई ने कार निकोबार द्वीपसमूह से ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण किया
भारतीय सेना, नौसेना तथा वायुसेना द्वारा संयुक्त प्रशिक्षण के रूप में भारतीय सेना की पूर्वी कमान इकाई ने 22, मई 2019 को दोपहर बाद 2 बजकर 50 मिनट पर कार निकोबार द्वीप समूह से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया। युद्धक मिसाइल का 270 किलोमीटर की रेंज पर विशेष रूप से डिजाइन किए गए लक्ष्य पर परीक्षण किया गया। परीक्षण से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल द्वारा अंदर तक मार करने की क्षमता और लक्ष्यों की सही तरीके से साधने के काम को वैधता मिली।
ब्रह्मोस के सफल परीक्षण के लिए बड़ी संख्या में एजेंसियों ने तालमेल के साथ काम किया। यह सेना के तीनों अंगों का सामूहिक प्रयास था, जिसमें अन्तर सेवा तालमेल के उच्च मानक देखने को मिले।
जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ पूर्वी कमान लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवाने ने अन्य अधिकारियों के साथ इस परीक्षण को देखा और इकाई तथा प्रक्रिया में शामिल सभी एजेंसियों को बधाई दी।
ब्रह्मोस मिसाइल ने स्वयं को ताकत को कई गुणा बढ़ाने वाले प्रक्षेपास्त्र के रूप में स्थापित किया है। इसकी विभिन्न भूमिका तथा विभिन्न प्लेटफार्म से लांच करने की क्षमता हमारे सैनिकों के विश्वास को बढ़ाती है।