--प्रदीप फुटेला
देहरादून - उत्तराखंड
इंडिया इनसाइड न्यूज।
हिमालय की खूबसूरत वादियों में जन्मी और पली-बढ़ी प्रियंका पांडेय आज भारतीय फैशन इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। 5 फीट 10 इंच लंबी प्रियंका न केवल अपनी आकर्षक शख्सियत और बेमिसाल खूबसूरती के लिए जानी जाती हैं, बल्कि उनकी मेहनत और जुनून भी उन्हें भीड़ से अलग बनाते हैं। प्रियंका की कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को साकार करने के लिए कठिन राहों पर चलने का साहस रखते हैं।
प्रियंका का जन्म उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में हुआ। शांत और सकारात्मक माहौल में पली-बढ़ी प्रियंका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल से पूरी की। विज्ञान की मेधावी छात्रा होने के साथ-साथ प्रियंका एक बेहतरीन वॉलीबॉल खिलाड़ी भी थीं। हालांकि, उनका झुकाव हमेशा से कला और फैशन की ओर रहा।
प्रियंका ने स्कूल और कॉलेज के दिनों में कई फैशन शो और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उनकी लंबाई, आत्मविश्वास और अलग अंदाज ने उन्हें हमेशा भीड़ में खास बनाया। कॉलेज के दौरान एक स्थानीय फैशन शो में भाग लेने के बाद प्रियंका को एहसास हुआ कि मॉडलिंग ही उनका असली जुनून है। हालांकि, इस राह में चुनौतियां कम नहीं थीं। प्रियंका बताती हैं, "मेरे माता-पिता आज भी मॉडलिंग को करियर के रूप में स्वीकार नहीं करते। लेकिन मैंने ठान लिया है कि अपने काम से उन्हें साबित करूंगी कि यह भी एक सम्मानजनक और सफल पेशा हो सकता है।"
अपने खर्चों को पूरा करने के लिए प्रियंका बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थीं। इस दौरान उन्होंने अपने मॉडलिंग करियर की शुरुआत की और धीरे-धीरे फैशन इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई। प्रियंका ने कई प्रतिष्ठित ब्रांड्स और डिजाइनर्स के साथ काम किया है। उनके पोर्टफोलियो में फैशन ब्रांड्स, ज्वेलरी और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स के विज्ञापन शामिल हैं। रैंप पर उनके आत्मविश्वास और अद्भुत प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
प्रियंका का देहरादून से फैशन इंडस्ट्री तक का सफर आसान नहीं था। महानगरों की तेज़ जिंदगी और मॉडलिंग की प्रतिस्पर्धा भरी दुनिया में उन्होंने अपने आत्मविश्वास और मेहनत से अपनी पहचान बनाई। उनका कहना है, "हर चुनौती को मैंने एक अवसर के रूप में लिया। आत्मविश्वास और मेहनत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।"
प्रियंका का सपना है कि वे बॉलीवुड में कदम रखें और अपने नाम से एक फैशन ब्रांड शुरू करें, जो भारतीय परंपरा और आधुनिकता का मेल हो। इसके अलावा, वे महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के क्षेत्र में भी काम कर रही हैं।
प्रियंका का सफर यह सिखाता है कि मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से किसी भी सपने को साकार किया जा सकता है। देहरादून की इस बेटी ने न केवल अपने सपनों को पूरा किया, बल्कि यह भी साबित किया कि छोटे शहरों से आने वाले युवा भी बड़े मंचों पर अपनी पहचान बना सकते हैं। प्रियंका पांडेय आज युवाओं के लिए प्रेरणा हैं और फैशन इंडस्ट्री में उनकी सफलता की कहानी आने वाले समय में और भी ऊंचाइयों तक पहुंचने वाली है।
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