भुवनेश्वर - ओडिशा
इंडिया इनसाइड न्यूज।
नाट्यशास्त्र के रचयिता भारत मुनि के नाम पर यह पुरस्कार भुवनेश्वर स्थित संगठन कलिंगायण टूर्यात्रिकम द्वारा स्थापित किया गया है। ये सम्मान समारह हर साल होती है। इस साल दिसंबर में 16 और 17 दिसंबर को भुवनेश्वर की रवींद्र मंडप में आयोजित किया जाएगा।
इस साल 15वें भारत मुनि सम्मान समारह में कई सारे राज्य के कलाकार नृत्य पेश करेंगे। बता दे कि 16 तारीख को कलिंगायन त्योत्रिकम नृत्य अनुष्ठान की तरफ से ओडिसी नृत्य, नयनिका घोष कथक नृत्य, निशा मंगलमपली भरतनाट्यम नृत्य देखने को मिलेगी। 17 तारीख को अजय कुमार कुचिपुड़ी और गुरु सूर्यमणि रमेश दास और डॉ शारदा प्रसाद दस वायलिन जुगलबंदी प्रदर्शित करेंगे।
भारत मुनि सम्मान के पूर्व पुरस्कार विजेता में थंकमणि कुट्टी (2008), पंडित बिरजू महाराज (2009), पंडित जसराज (2010), रतन थियाम (2011), हेमामालिनी (2012), पंडित हरि प्रसाद चौरसिया (2013), एसजे रघुनाथ महापात्र (2015), तीजन बाई (2016), डॉ. अडूर गोपाल कृष्णन (2017), डॉ. यामिनी कृष्णमूर्ति (2018), धनंजयंस (2019), एसजे सीताकांत महापात्र (2020), उषा उथुप (2021), स्वप्न सुंदरी (2023) का नाम दर्ज है।
• कलिंगायन त्योत्रिकम के बारे में
कलिंगायन त्योत्रिकम ओडिशा स्थित एक संगठन है, जिसकी स्थापना 2004 में भुवनेश्वर के मंदिर शहर में हुई थी और इसे 2007 में पंजीकृत किया गया था, जिसका एकमात्र उद्देश्य वैश्विक मंच पर भारत की कला, विरासत और संस्कृति को बढ़ावा देना है। संगठन में 200 से अधिक छात्र हैं और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मंचों पर प्रदर्शन करते हैं। वर्तमान में गुरु पुष्पिता मिश्रा संगठन की मार्गदर्शक हैं।
पदाधिकारियों में डॉ. जितेंद्र नाथ मिश्रा (अध्यक्ष), डॉ. गौरहरि दास (उपाध्यक्ष), पुष्पिता मिश्रा (ट्रस्टी), अंशुमान मिश्रा (मुख्य प्रबंध ट्रस्टी) व मानद सदस्य में डॉ. जी. रथीश बाबू (प्रख्यात कुचिपुड़ी और भरतनाट्यम नर्तक), मृत्युंजय सारंगी (सामाजिक कार्यकर्ता), डॉ. असित मोहंती (प्रोफेसर), मधुस्मिता पी. (नायक प्रख्यात शिक्षाविद्), एसजे प्रताप चंद्र जेना (अध्यक्ष पी.जे. इंस्टीट्यूट ग्रुप) व कार्यकारी सदस्य में एसजे सुभेंदु कुमार दाश, मीता दास, अकफन बेहरा, इशानी मिश्रा, आंचल पांडा हैं।
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