जब मैं दुर्व्यवहार का सामना कर रहा था, तो आपके प्यार ने मेरी रक्षा की



--राजीव रंजन नाग
नई दिल्ली, इंडिया इनसाइड न्यूज।

● वायनाड की जनता के नाम राहुल गांधी का भावपूर्ण पत्र

कांग्रेस द्वारा प्रियंका गांधी वाड्रा को वायनाड उपचुनाव लड़ने की घोषणा के बाद कांग्रेस नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने रविवार को वायनाड निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को संबोधित करते हुए एक भावपूर्ण पत्र लिखा। राहुल गांधी ने 2019-2024 तक प्रतिनिधित्व किया था।

पत्र में उन्होंने वायनाड के लोगों के प्रति उनके "अप्रतीम प्यार और स्नेह" के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा, "मैं आपसे पांच साल पहले मिला था। पहली बार जब मैं आपसे मिलने आया था तो मैं आपका समर्थन मांगने आया था। मैं आपके लिए अजनबी था और फिर भी आपने मुझ पर विश्वास किया।" उन्होंने कहा, "जब मैं दिन-ब-दिन दुर्व्यवहार का सामना कर रहा था, तो आपके बिना शर्त वाले प्यार ने मेरी रक्षा की। आप मेरी शरण, मेरा घर और मेरा परिवार थे।"

उन्होंने कहा - इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने किस राजनीतिक दल का समर्थन किया, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस समुदाय से थे या आप किस धर्म को मानते थे या आप कौन सी भाषा बोलते थे"। वायनाड के लोगों को उनके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और उन्हें अपना घर और परिवार बताया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वह हमेशा उनके लिए मौजूद रहने का भरोसा दिलाया है।

राहुल गांधी को दो सीटों के बीच फैसला करना था, क्योंकि उन्होंने रायबरेली और वायनाड दोनों जगहों से चुनाव लड़ा और जीता था। वायनाड के लोगों को बहन और भाई कहकर संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दु:ख व्यक्त किया कि उन्हें वायनाड सीट छोड़ने का फैसला करना पड़ा। लेकिन उन्हें इस बात से सांत्वना मिली है कि उनकी बहन प्रियंका गांधी वायनाड से उपचुनाव लड़ेंगी।

उन्होंने याद किया कि कैसे पांच साल पहले वे वायनाड गए थे, जब भाजपा ने कांग्रेस के मजबूत गढ़ अमेठी को छीन लिया था। वायनाड के लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि अगर प्रियंका गांधी चुनाव जीततीं हैं तो वे "शानदार काम" करेंगी। राहुल गांधी ने आगे लिखा- "संसद में आपकी आवाज़ बनना वाकई खुशी और सम्मान की बात है। मैं दु:खी हूं, लेकिन मुझे तसल्ली है क्योंकि मेरी बहन प्रियंका आपका प्रतिनिधित्व करने के लिए वहां मौजूद रहेंगी। मुझे पूरा भरोसा है कि अगर आप उन्हें मौका देने का फैसला करते हैं तो वे आपकी सांसद के तौर पर शानदार काम करेंगी।"

रायबरेली सीट बरकरार रखने के अपने फैसले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा- "मैं इसलिए भी सांत्वना महसूस कर रहा हूं क्योंकि रायबरेली के लोगों में मेरा एक प्यारा परिवार है और एक ऐसा बंधन है जिसे मैं बहुत संजो कर रखता हूं। आप और रायबरेली के लोगों के प्रति मेरी मुख्य प्रतिबद्धता यह है कि हम देश में फैलाई जा रही नफरत और हिंसा से लड़ेंगे और उसे हराएंगे।"

वायनाड के सांसद के रूप में उन्हें मिले समर्थन को याद करते हुए राहुल गांधी ने लिखा: "जब मैं दिन-ब-दिन दुर्व्यवहार का सामना करता था, तो आपके बिना शर्त वाले प्यार ने मेरी रक्षा की। आप मेरी शरण, मेरा घर और मेरा परिवार थे। मुझे एक पल के लिए भी ऐसा नहीं लगा कि आपको मुझ पर संदेह है। बाढ़ के दौरान मैंने जो कुछ देखा, उसे मैं कभी नहीं भूलूंगा। परिवार के बाद परिवार ने सब कुछ खो दिया। जीवन, संपत्ति, दोस्त सब चले गए और फिर भी आप में से किसी ने, यहां तक कि सबसे छोटे बच्चे ने भी अपनी गरिमा नहीं खोई।" पत्र में लिखा है, "मुझे याद रहेगा, आपने मुझ पर अनगिनत फूल बरसाये और गले लगाए। हर एक ने इतने सच्चे प्यार और कोमलता के साथ दिया। मैं कैसे भूल सकता हूँ, वह बहादुरी, सुंदरता और आत्मविश्वास जिसके साथ युवा लड़कियाँ हजारों लोगों के सामने मेरे भाषणों का अनुवाद करती थीं।"

पत्र के अंत में, राहुल गांधी ने वायनाड के लोगों को उन पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद दिया और और कहा "मैं नहीं जानता कि आपने मेरे लिए जो किया है, उसके लिए मैं आपको कैसे धन्यवाद दूँ। उस प्यार और सुरक्षा के लिए जो आपने मुझे तब दी जब मुझे इसकी सबसे अधिक आवश्यकता थी। आप मेरे परिवार का हिस्सा हैं और मैं हमेशा आप में से हर एक के लिए मौजूद रहूँगा। रायबरेली से चुनाव लड़ने के दौरान सोनिया गांधी ने भी वहां के लोगों के नाम एक भावपूर्ण पत्र लिख कर यह कहते हुए आभार जताया था कि मैं अपना बेटा (राहुल गांधी) आपको सौंप रहीं हूं उनका ख्याल ऱखियेगा....

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पिछले सप्ताह (18 जून) वायनाड की लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था, जबकि उत्तर प्रदेश के रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र को बरकरार रखा था। इस सीट प्रतिनिधित्व पहले उनकी मां और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी करती थीं।

पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाजुर्न खरगे राहुल गांधी की उपस्थिति में घोषणा की थी कि राहुल गांधी के इस्तीफे से खाली हुई वायनाड सीट से प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने वायनाड से मैदान में उतारने का फैसला किया है। राहुल गांधी ने वायनाड सीट से लगातार दो बार जीत दर्ज की है।

श्री गांधी ने जोर देकर कहा कि उन्हें "इस बात से सांत्वना मिली है कि मेरी बहन प्रियंका आपका प्रतिनिधित्व करने के लिए वहां मौजूद होंगी," उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि अगर आप उन्हें अवसर देने का फैसला करते हैं तो वह आपकी सांसद के रूप में शानदार काम करेंगी। अगर प्रियंका गांधी वायनाड से चुनी जाती हैं, तो यह पहली बार होगा जब गांधी परिवार के तीनों सदस्य - सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी - एक साथ संसद में होंगे। सोनिया गांधी राज्यसभा की सदस्य हैं।

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