हर्ष हत्याकांड पर सरकार को घेरने वाला महागठबंधन खुद कटघरे में खड़ा



--अभिजीत पाण्डेय
पटना - बिहार, इंडिया इनसाइड न्यूज।

पटना लॉ कॉलेज में सोमवार को हुई हर्ष राज हत्याकांड में 24 घंटे के अंदर पुलिस ने कुख्यात चंदन यादव की गिरफ्तारी दिखाई। पुलिस ने उसे नकाब में दिखाया, लेकिन अब उसकी बेनकाब तस्वीर में वह महागठबंधन प्रत्याशी का प्रचार करता दिख रहा है।

मंगलवार की सुबह जब कुछ छात्रों ने हर्ष के पक्ष में सड़क पर उतरकर विरोध जताते हुए बवाल मचाया तब पुलिस ने हर्ष हत्याकांड मामले में अपनी उपलब्धी बताते हुए एक शख्स की गिरफ्तारी की घोषणा की। पुलिस ने गिरफ्तार किये गये शख्स का नाम जरुर बताया, लेकिन साथ में दो उपनाम भी जोड़े- कुख्यात और लाइनर, लेकिन चेहरे की पहचान को छुपा लिया। पुलिस ने गिरफ्तार किये गये शख्स को बिहटा के अम्हारा गांव निवासी जीतेन्द्र कुमार के पुत्र चंदन कुमार के रूप में सामने लाया है लेकिन चेहरे की पहचान अब तक छुपाये बैठी है। अब चाहे इसके पीछे पुलिस का जो भी तर्क हो, 'एक राष्ट्रीय दैनिक' उस नकाब के पीछे छुपाये गये चेहरे को सामने लाने का दावा किया है।

रिपोर्ट के अनुसार हर्ष की हत्या होने के बाद सबसे पहले राष्ट्रीय जनता दल ने सरकार को घेरा और हर्ष राज हत्याकांड में संलिप्त आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग की। लेकिन अब जब तस्वीर साफ़ होने लगी है तब ऐसा लगता है कि हर्ष हत्याकांड पर सरकार को घेरने वाला महागठबंधन को खुद कटघरे में खड़ा होना होगा। क्योंकि हर्ष राज के सोशल अकाउंट पर चंदन यादव महागठबंधन के उम्मीदवार के लिए वोट मांगता दिख रहा है। चंदन के सोशल मीडिया अकाउंट के अनुसार वह छात्र संगठन आइसा से जुड़ा है। तस्वीरों में वह नालंदा से वाम दल के उम्मीदवार पालीगंज विधायक संदीप सौरव के लिए वोट मांगता दिख रहा है।

आरोपी चंदन यादव के सोशल मीडिया अकाउंट के अनुसार वह पटना विश्वविद्यालय में पत्रकारिता का छात्र है। तृतीय वर्ष का छात्र होने के साथ ही वह छात्र संगठन आइसा का पटना विश्वविद्यालय का उपाध्यक्ष भी है। वह दो वर्षों से जैक्सन हॉस्टल में रह रहा है। चंदन यादव महागठबंधन उम्मीदवार के लिए लोकसभा चुनाव में जगह-जगह घूम कर वोट मांग रहा था। 6 मार्च को फेसबुक पर उसने नालंदा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार पालीगंज विधायक संदीप सौरभ के पक्ष में वोट मांगने की तस्वीर को पोस्ट किया था। वहीं पटना के गांधी मैदान में महागठबंधन द्वारा आयोजित जन विश्वास महारैली के दौरान भी चंदन यादव एक्टिव था। इससे जुड़ा वीडियो भी उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर मौजूद है। ऐसे में महागठबंधन की मुसीबत बढ़ सकती है।

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