--प्रदीप फुटेला,
हल्द्वानी -उत्तराखंड, इंडिया इनसाइड न्यूज।
कत्थक नृत्य व्याख्यान प्रदर्शन श्रृंखला के अंतर्गत शनिवार को हल्द्वानी के कत्थक नृत्य केंद्र आरटीओ रोड, नंदा विहार में नृत्यांगना वेदांती जोशी द्वारा कथक नृत्य का प्रदर्शन किया गया। वेदांती जोशी ने बच्चों को कत्थक नृत्य की उत्पत्ति, विकास क्रम ,कत्थक के ताल पक्ष तथा भाव पक्ष की जानकारी देते हुए बताया की कथक सीखने के लिए बच्चों को सीसीआरटी, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार कई तरह की छात्रवृतियां (स्कॉलरशिप) देता है जिसका लाभ हमारे क्षेत्र के बच्चों को लेना चाहिए।
कथक नृत्य केंद्र की निर्देशक रेनू नेगी ने वेदांती जोशी को सम्मानित करते हुए उनके विषय में बताया कि नैनीताल व हल्द्वानी से पढ़ी वेदांती जोशी एक कुशल कत्थक नृत्यांगना है। इन्हें उत्तराखंड की बेटी सम्मान, हरियाणा से संगीत पुरुषोत्तम अवार्ड, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से किशोर संगीत कला शिरोमणी अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। देश के कई प्रतिष्ठित मंचों पर एकल प्रस्तुति हो चुकी है जिनमे तमिलनाडु, दिल्ली, आंध्र प्रदेश, अल्मोड़ा, नैनीताल, हल्द्वानी, रामनगर, लखनऊ, गाजियाबाद और इलाहाबाद प्रमुख है। कत्थक नृत्य की प्रस्तुतियां दूरदर्शन से भी प्रसारित होती रहती हैं। इन्होंने कई राष्ट्रीय सम्मेलनों में प्रतिभाग किया है।
रेनू नेगी ने बताया कि हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम अमृत काल - विमर्श, विकसित भारत 2047 के तहत G-20 की अध्यक्षता और इसके वैश्विक प्रभाव पर उच्च शिक्षा संस्थानों के परिसर में एक विकास संवाद कार्यक्रमो शुभारंभ हुआ जिसमें मुख्य वक्ता विदेश मंत्री एस जयशंकर थे, उस कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन वेदांती के द्वारा किया गया। यह हमारे लिए बड़े गर्व की बात है।
कत्थक नृत्य केंद्र में हुए कार्यक्रम में बच्चों से राष्ट्र प्रेम से संबंधित प्रश्न उत्तर किए गए। सही जवाब देने वाले छात्राओं को मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति के अध्यक्ष हेमंत जोशी द्वारा पुरस्कृत किया गया।
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