--विजया पाठक (एडिटर - जगत विजन),
भोपाल - मध्य प्रदेश, इंडिया इनसाइड न्यूज।
• हिंदुओं की भावनाओं को आहत कर रहे खनिज मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह
• पहले जीतेश्वरी देवी को विधवा कहकर अपमान किया, फिर जेल भेजने से भी नहीं चूके ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह
• मुख्यमंत्री शिवराज की लाडली बहनों के लिए हैं ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह कलंक
• सिंह को मिला है वीडी शर्मा का संरक्षण
• शर्मा और सिंह मिलकर कर रहे रेत का अवैध कारोबार
एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को नष्ट कर देने के मामले में जबरदस्त विरोध दर्ज करा रही है। वहीं, मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली हरकतों पर शिवराज सरकार और भाजपा चुप्पी साधे हुए है। दूसरी तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य की महिलाओं को बहना पुकारकर सौगातों से नवाज रहे हैं और उनके सम्मान में कई योजनाओं का शुभारंभ कर रहे हैं लेकिन उनके ही साथी मंत्री महिलाओं के अपमान करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उन्हें विधवा, गाली गलौच तक दे रहे हैं। दरअसल मामला पन्ना जिले के जुगल किशोर मंदिर का है। जहां जन्माष्टमी के दिन मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह के इशारे पर पन्ना राजघराने की जीतेश्वरी देवी को मंदिर के गर्भ ग्रह से बाहर निकाल दिया था। इसके बाद उनको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। जेल से छूटने के बाद जीतेश्वरी देवी ने ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह पर आरोप लगाया और कहा कि मंदिर परिसर में मेरे साथ जो भी हुआ उसके पीछे मंत्री का हाथ है। खुद को जनता का हितैषी बताने वाले ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह का असंवेदनशील चेहरा तब सामने आया जब उन्होंने जीतेश्वरी देवी को विधवा कहकर संबोधित किया और उन पर दारू पीने का आरोप लगाया। शिवराज सरकार में मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह की जीतेश्वरी देवी को पिछले कई समय से प्रताड़ित कर रहे हैं। यही नहीं अपने साथ हो रही प्रताड़ना की शिकायत करने जीतेश्वरी देवी पुलिस के पास पहुंची तो उन्होंने पुलिस अफसरों ने ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह के दबाव में शिकायत करने के बजाय जीतेश्वरी देवी को जेल में रख दिया।
इसके साथ ही मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह और प्रदेश के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा साथ मिलकर प्रदेश में रेत का अवैध कारोबार कर रहे हैं। खासकर केन नदी पर यह कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि अभी तक केन नदी से 3700 करोड़ से अधिक का कारोबार हो गया है। इस अवैध गोरखधंधे में वीडी शर्मा की बराबर के हिस्सेदार हैं। कह सकते हैं कि अवैध कारोबार में बृजेन्द्र प्रताप सिंह को वीडी शर्मा को पूरा संरक्षण प्राप्त है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में खनिज विभाग के मंत्री रहते हुए ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह ने बीते तीन सालों में 2000 करोड़ से अधिक का घोटाला किया है।
● वीआईपी कल्चर के आदि हैं मंत्री जी
जीतेश्वरी देवी का आरोप है कि मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह को वीआईपी कल्चर की आदत है। वह उन्हें काफी समय से प्रताड़ित करते आ रहे हैं। जीतेश्वरी देवी ने कहा उन्हें मंदिर जाने पर गंदी-गंदी गालियां दी गईं और विधवा भी कहा गया। जन्माष्टमी के दिन भी मंदिर के अंदर कई लोग उपद्रवी भी मौजूद थे। पुजारी से आरती मांगी तो उन्होंने आरती देने से मना कर दिया और इतने में लोग चिल्ला चोट करने लगे और आरोप लगाए कि मैं आरती में कूदने वाली थी, बाद में पुलिस आ गई और हमको बाहर कर दिया। मुझ पर दारू पीकर मंदिर आने के आरोप लगाये गए, जबकि ऐसा कुछ नहीं था।
● ढ़ाई वर्ष से चल रही है दोनों के बीच खींचतान
पन्ना मंदिरों की नगरी है और यहां पर दो-ढाई साल से इस विषय को लेकर मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह से विवाद चल रहा है। जीतेश्वरी देवी का आरोप है कि मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह को वीआईपी कल्चर की आदत है। यह रथ यात्रा के समय से चालू हुआ है। वह वीआईपी गेस्ट को लेकर आते हैं। जाहिर है कि कुछ दिन पहले ही बलदाऊ मंदिर में दो चंवर निकाली गई, जिसमें एक महाराज को और एक मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह को दी गयी थी। जबकि एक ही चवर रहती है, जो राजपरिवार डुलाते हैं, उसके बाद जन्माष्टमी के दिन भगवान जुगल किशोर मंदिर में महाराज साहब को मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया गया, तो वह जुगल किशोर मंदिर गई और पुजारी से चंवर मांगे।
● वीडी शर्मा और बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने किया 3700 करोड़ की रेत का अवैध कारोबार
बृजेन्द्र प्रताप सिंह भ्रष्टाचार और अवैध कमाई से सरकार को प्रतिदिन करोड़ों का चूना लगा रहे हैं। बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने परिचितों और रिश्तेदारों के नाम पर कई रेत और खनन के ठेके लिये और उन पर अनाप-शनाप खुदाई कर करोड़ों रुपये का प्रदेश सरकार को चूना लगाया है। गौरतलब है कि बृजेन्द्र प्रताप सिंह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के खास हैं। इनकी ही सरपस्ती में बृजेन्द्र खुलेआम लूट मचाये हुए हैं। कई मामलों में वीडी शर्मा ने अवैध कामों को लेकर मंत्री का बचाव भी किया है। वे सरकार की संपत्ति को लूट रहे हैं। इससे लगने लगा है कि अब मंत्रियों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शिकंजा नहीं कस पा रहे हैं। हालांकि दिखावे के लिए सीएम बहुत कुछ कर रहे हैं लेकिन इसका असर अब मंत्रियों पर कुछ नहीं हो रहा है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा अपने खास मित्र और अवैध कारोबार के साथी खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ मिलकर गंगा जैसी पवित्र दो राज्यों को सींचने वाली केन नदी को छलनी करने पर उतारू हैं। रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन से नदी दुर्दशा की शिकार हो रही है। विष्णुदत्त शर्मा और बृजेन्द्र प्रताप सिंह दोनों मिलकर केन नदी का अस्तित्व ही खत्म करने पर तुले हैं। यह गोरखधंधा खुलेआम हैवी मशीनों से केन नदी का सीना चीरकर, लिफ्टरों के माध्यमों से रेत की निकासी कर उत्तरप्रदेश के कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद मध्यप्रदेश के सतना, जबलपुर जैसे शहरों में हजारों डम्फरों के माध्यम से प्रतिदिन अवैध रेत की निकासी कर लाखों रूपये प्रतिदिन कमाई का जरिया बना हुआ है। जगह-जगह केन नदी में हो रहा अवैध उत्खनन से नदी की जलधारा को मोड़कर अवैध खनन ने नदी की सूरत बिगाड़ दी है। रेत का अवैध कारोबार से अभी तक केन नदी से 3700 करोड़ से अधिक का कारोबार हो गया है।
https://www.indiainside.org/post.php?id=9448