डॉन बॉसको हावड़ा ने मनाया गणतंत्र दिवस उत्सव



हावड़ा,
पश्चिम बंगाल,
इंडिया इनसाइड न्यूज़।

हावड़ा के लिलुआ में स्थित प्रतिष्ठित विद्यालय डॉन बॉसको स्कूल ने सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में विद्यालय प्रांगण में गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर गणतंत्र उत्सव मनाया। स्काउट के बच्चों ने सलामी देते हुए कदमताल करते हुए अतिथियों का अभिवादन करते हुए उन्हें ध्वजारोहण स्थान तक पहुँचाया। प्रिंसिपल फादर मनोज जोस व एडमिनिस्ट्रेटर/बरसर फादर ए आनन्द राज की मौजूदगी में रेक्टर फादर डेविस वेलियान ने ध्वजारोहण किया। तत्पश्चात सभी ने राष्ट्रीय गान गाया। विभिन्न कक्षाओं के छात्रों के हिन्दी, बांग्ला व अंग्रेजी में गीत-संगीत व कविता पाठ से परिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम ने लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया।

वहीं कार्यक्रम दौरान रेक्टर फादर डेविस वेलियान ने अपने वक्तव्यों में गणतंत्र दिवस पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंतिम क्षोर पर समापन दौरान वहाँ मौजूद सभी लोगों का मुँह मीठा कराया गया। उपस्थित छात्रों ने गुरुजनों का आशीर्वाद प्राप्त किया व उनके साथ तस्वीर भी ली।

● गणतंत्र दिवस के बारे में

एक स्वतन्त्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा इसे अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। इसे लागू करने के लिये 26 जनवरी की तिथि को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था।

इस दिन हर भारतीय अपने देश के लिए प्राण देने वाले अमर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं। स्कूलों, कॉलेजों आदि मे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। भारत के राष्ट्रपति दिल्ली के राजपथ पर भारतीय ध्वज फहराते हैं। राजधानी दिल्ली में बहुत सारे आकर्षक और मनमोहक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कर्त्तव्यपथ पर बड़ी धूम-धाम से परेड निकलती है जिसमें विभिन्न प्रदेशों और सरकारी विभागों की झांकियाँ होतीं हैं। देश के कोने कोने से लोग दिल्ली मे 26 जनवरी की परेड देखने आते हैं। भारतीय सेना अस्त्र-शस्त्रों का प्रदर्शन होता है। 26 जनवरी के दिन धूम-धाम से राष्ट्रपति की सवारी निकाली जाती है तथा बहुत से मनमोहक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।

देश के हर कोने में जगह जगह ध्वजवन्दन होता है और कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। विश्व भर में फैले हुए भारतीय मूल के लोग तथा भारत के दूतावास भी गणतंत्र दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनातें हैं। भारत के हर कोने कोने में मनाया जाता है और देश के प्रति एक नई उमंग देखने को मिलती है।

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