साइकिल बदल सकती है हमारे देश की तस्वीर: मंसूर खान



बेलहरा-बारहबंकी,
उत्तर प्रदेश, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

देश में कोरोना संकट और खतरनाक हो रहे वायु प्रदूषण के बीच देश और प्रदेश में साइकिल को प्रोत्साहन की जरूरत है। कोरोना महामारी के संकट काल में जिंदगी एक दम ठप सी हो गई है। जैसे ही लॉकडाउन की समाप्ति की घोषणा हुई तो सड़को पर साईकिल का दिखना एक शुभ संकेत है। और ये बदलाव ऐसी दिशा की तरफ इशारा कर रही है कि अब पश्चिमी देशों की तरह अपने देश भारत मे साइकिल को प्रोत्साहन की अत्यंत आवश्यकता है।

कुछ लोगों ने साइकिल को कम दूरी के लिए पसंद किया तो वही कुछ लोगो ने अपने स्वस्थ व फिट रहने के लिए भी साइकिल का इस्तेमाल किया। इससे सार्वजनिक तौर पर सफर कर के बढ़ते संक्रमण से भी बचा जा सकता है, और खर्च भी कम लगता है। महंगाई के इस दौर में कम बचत का साधन भी साइकिल है और वायु के प्रदूषित न होने का समाधान भी साइकिल है। साइकिल के प्रति लोगो की बढ़ती लोकप्रियता भी हमारे देश व प्रदेश के लिए भी एक शुभ संकेत है, जिससे बादल में प्रदूषण फैलने की संभावना भी खत्म हो जाएगी। खतरनाक हो रहे वायु प्रदूषण से भी बचा जा सकता है और ये सभी देश वासियों के लिए चिंता का विषय भी है।

इस विषय पर हम सभी को गंभीरता से सोचना होगा कि भविष्य में इस खतरनाक वायु प्रदूषण से हम सभी को निपटना भी है, इससे ये बात साबित होती है के कोरोना संकट और खतरनाक होते वायु प्रदूषण के बीच देश में साइकिल को और अधिक प्रोत्साहन की अत्यंत आवश्यकता है।

https://www.indiainside.org/post.php?id=8191