--सुधीर मधुकर
पटना - बिहार, इंडिया इनसाइड न्यूज।
■बढ़ती उम्र को हराकर, जीवन को आनंदित करने के लिए किया डांस और गानों के साथ मस्ती...
अभिलाषा ज्योति फाउंडेशन के द्वारा बुजुर्गों के सम्मान में वरिष्ठ नागरिकों को समर्पित कार्यक्रम का आयोजन बिहार इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन के सभागार में किया गया जिसमें वुजुर्गों, वृद्धजनों की समस्या, चुनौतियां और उनके समाधान पर चर्चा की गई, उनका हित-चिन्तन करते हुए उनके सम्मान की आवश्यकता बताई गई।
कार्यक्रम का प्रारंभ विजय प्रकाश, भा.प्र.से. अध्यक्ष, बिहार विद्यापीठ, मृदुला प्रकाश, निदेशिका, स्कूल आफ क्रियेटिविटी लर्निंग, राजेश्वर प्रसाद सिंह, आइएएस अध्यक्ष, तकनीकी सेवा आयोग, गायत्री कुमारी, संयुक्त निदेशक, सामाजिक सुरक्षा, बिहार सरकार, बिहार इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अरुण अग्रवाल तथा अभिलाषा ज्योति फाउंडेशन की अध्यक्षा शल ज्योति श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।
सम्पूर्ण कार्यक्रम का कुशल संचालन शिवानी गौड़ और संयोजन एवं समन्वय अर्पित राज ने किया। अभिलाषा ज्योति फाउंडेशन की सदस्या आशा अग्रवाल ने अभिलाषा ज्योति फाउंडेशन के उद्देश्य, गतिविधियाँ तथा कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तार से प्रकाश डाली।
संस्था के सचिव, सेवा निवृत्त अपर सचिव सामान्य प्रशासन विभाग आनन्द बिहारी प्रसाद ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा बढ़ती उम्र के साथ बुजुर्गों के जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न होने लगती है - शारीरिक मानसिक एवं भावनात्मक समस्याएं, आर्थिक समस्याएं, एकाकीपन एवं खालीपन की समस्या, परिवार, समाज से उपेक्षा। बहुत सारी समस्याएं समाज का बुजुर्गों के प्रति बदलते दृष्टिकोण, पुरानी पीढ़ी और नई पीढ़ी के बीच बढ़ती खाई के कारण है, बुजुर्गों के घटते आत्म विश्वास और उनकी जीवन शैली के कारण है।
डॉ. राजेश चौधरी द्वारा बुजुर्गों की स्वास्थ्य समस्याएं एवं उनके समाधान पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की आवश्यकता बताई गई। ऐक्सिस बैंक के ए.वी.पी. बलिराज कुमार सिंह दने ने वरिष्ठजनों के लिए आर्थिक प्रबंधन की आवश्यकता बताई।
कार्यक्रम में डॉ. नवल किशोर शर्मा, नंदिता बनर्जी, विद्या वाचस्पति त्रिपाठी, कश्मीरा सिंह तथा मो. इम्तियाज को उनकी सार्थक सक्रियता के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का तीसरा सत्र था - नई पीढ़ी और पुरानी पीढ़ी के बीच में संवाद तथा क्वीज का। संवाद में दोनों पीढ़ियों के बीच बढ़ती दूरी का विश्लेषण, उनके बीच समन्वय एवं समाधान पर चर्चा हुई। तदुपरांत डॉ. अमित रंजन के एकल नाटिका की उत्कृष्ट प्रस्तुति की गई। आकांक्षा झा, अंजलि कुमारी, जसी शर्मा, मिताली सिंह, प्राची कुमारी, स्नेहा कुमारी के द्वारा एकल नाटिका की शानदार प्रस्तुति की गई। नई पीढ़ी, 'उड़ान' का प्रतिनिधित्व कौस्तुभ नेहाल, नन्द किशोर सक्षम, निशांत दांगी द्वारा किया गया।
चौथा सत्र में बुजुर्गों की मस्ती का जिसमें बुजुर्गों के द्वारा अपनी कविता, गीत , गजल इत्यादि प्रस्तुत किया गया जिसमें मधुरेश नारायण, मीना परिहार, कंचन बाला, मीरा श्रीवास्तवा, रिचा वर्मा, उर्मिला वर्मा, डॉ. अनिल प्रसाद, ज्योत्सना प्रसाद, प्रेमलता सिंह, उर्मिला वर्मा, सुनीता रंजन, आशा रघुदेव इत्यादि।
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