बक्सर - बिहार
इंडिया इनसाइड न्यूज।
■हिन्दी केवल भाषा नहीं, बल्कि हमारे विचारों, भावनाओं और पहचान की अभिव्यक्ति है
■रामरेखा घाट पर जिउतिया पर्व की तैयारियों का प्रशासनिक निरीक्षण
"हिन्दी दिवस" के अवसर पर अपर समाहर्ता बक्सर, अरुण कुमार सिंह के द्वारा जिलावासियों एवं सभाकक्ष में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिन्दी हमारी संस्कृति, परंपरा और राष्ट्रीय एकता की सशक्त कड़ी है। यह केवल भाषा नहीं, बल्कि हमारे विचारों, भावनाओं और पहचान की अभिव्यक्ति है। बिहार में राजभाषा के रूप में हिन्दी हमारे सरकारी कामकाज की आधारभूत भाषा है। इसलिए आवश्यक है कि हम सभी अपने दैनिक कार्यों और प्रशासनिक दायित्वों में गर्वपूर्वक हिंदी का प्रयोग करें।
आइए, हम यह संकल्प लें कि हम हिन्दी को सम्मान दें, इसे आत्मविश्वास के साथ अपनाएँ और नई पीढ़ी तक इसकी शक्ति पहुँचाएँ। यही हिंदी दिवस मनाने की सार्थकता है।
14 सितम्बर, 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिन्दी भाषा को संघ की राजभाषा के रूप में अंगीकृत किया था। इसलिए प्रत्येक वर्ष हम 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाते हैं।
हिन्दी भाषा हमारी राष्ट्रीय अस्मिता की पहचान तथा जनमानस की अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम है। हमारे विशाल और बहुभाषी राष्ट्र के नागरिकों एवं राज्यवासियों को एक मंच पर लाने में संपर्क भाषा के रूप में हिन्दी-भाषा का अत्यन्त महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
बिहार हिन्दी भाषी राज्य है और यहाँ 1950 से ही राजभाषा अधिनियम लागू है। राजभाषा के रूप में हिन्दी सरकारी कामकाज की भाषा है। सरकार का दृढ़ निश्चय है कि शासन के सभी स्तरों पर हिन्दी का पूर्ण प्रयोग किया जाए।
इस अवसर पर उपस्थित प्रबुद्ध जनों - धुन लाल प्रेमातुर सेवानिवृत शिक्षक, डॉ शशांक शेखर अध्यक्ष पत्रकार संघ, वर्षा पांडे सामाजिक कार्यकर्ता, विजय शंकर मिश्रा पूर्व प्रधानाध्यापक एमपी स्कूल, विमल शिक्षक लाखन डिहरा अनुराग मिश्रा प्रधानाध्यापक, शर्मा परवीन शिक्षक, शुभ नारायण पाठक पत्रकार दैनिक जागरण, निधि कुमारी वूशु खिलाड़ी, डॉ श्रीनिवास चतुर्वेदी, डॉ रासबिहारी शर्मा, सावित्री सिंह शिक्षक, अनीता सिंह शिक्षक, डॉ विमलेश कुमार सिंह, धनंजय कुमार प्रधानाध्यापक, हेमंत चौबे इत्यादि द्वारा अपने-अपने विचारों को रखा गया।
कार्यक्रम का संचालन सामान्य शाखा प्रभारी वरीय उप समाहर्ता बक्सर आदित्य कुमार के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में विद्यानाथ पासवान जिला पंचायती राज पदाधिकारी बक्सर के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।
■रामरेखा घाट पर जिउतिया पर्व की तैयारियों का प्रशासनिक निरीक्षण
जिउतिया पर्व के अवसर पर रामरेखा घाट पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधाओं को लेकर आज रविवार 14 सितम्बर, 2025 को अपर समाहर्ता बक्सर, अरुण कुमार सिंह के द्वारा द्वारा स्थल का विस्तृत निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों के साथ घाट परिसर का भ्रमण कर तैयारियों की समीक्षा की तथा आवश्यक निर्देश दिए।
निरीक्षण के क्रम में अपर समाहर्ता ने विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन, नदी किनारे के बैरिकेडिंग एवं आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस बल की समुचित तैनाती, निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों की कार्यशीलता एवं रात्रि रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
अपर समाहर्ता ने बताया कि घाट क्षेत्र में नियंत्रित नाव संचालन की जिम्मेदारी अंचल पदाधिकारी को सौंपी गई है। उनके पर्यवेक्षण में नाव संचालन की सुरक्षा मानकों के पालन हेतु लाइफ जैकेट, रेस्क्यू बोट एवं गोताखोरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
सफाई व्यवस्था को लेकर नगर परिषद बक्सर को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं। नगर परिषद की टीम द्वारा घाट परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों की सघन सफाई, कचरा निस्तारण, एवं पेयजल आपूर्ति की तैयारी की जा रही है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा घाट पर मेडिकल टीम एवं एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
अपर समाहर्ता ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि पर्व के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए समन्वित कार्ययोजना के तहत तैनाती एवं ड्यूटी चार्ट समय से जारी करें। उन्होंने आमजन से अपील की कि प्रशासन द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें और स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग दें।
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