आशीष नेहरा के आखिरी मैच में भारतीय ओपनरों रोहित शर्मा (80) और शिखर धवन (80) ने टीम इंडिया को ऐसी शुरुआत दिलाई की मेहमान टीम पस्त हो गई। भारत ने पहले खेलते हुए 20 ओवरों में तीन विकेट पर 202 रन बनाए जिसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम आठ विकेट पर 149 रन ही बना सकी। इस जीत के साथ ही भारत ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली।
न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का न्यौता दिया लेकिन यह फैसला उस पर भारी पड़ा। बाद में ओस गिरने की संभावना को देखते हुए न्यूजीलैंड ने पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था लेकिन भारतीय बल्लेबाजों की मुफीद पिच पर रोहित-शिखर ने कैच छूटने का फायदा उठाया और मेहमान टीम के गेंदबाजों की जमकर कुटाई की।
रोहित और शिखर पिछली 11 टी-20 पारियों में 50 रन से ज्यादा की ओपनिंग साझेदारी नहीं कर सके थे लेकिन इस मैच में उन्होंने भारत के लिए किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी 158 रनों की साझेदारी की। इससे पहले भारत के लिए टी-20 में सबसे बड़ी साझेदारी 138 रनों की थी जो रोहित और विराट ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ धर्मशाला में बनाई थी। दोनों ने शुरू से ही आक्रामक रुख अपनाया क्योंकि उन्हें पता था कि भारत को बाद में गेंदबाजी करनी है और ओस के कारण मेजबान टीम के गेंदबाजों को काफी दिक्कत होगी। अगर 200 से ज्यादा स्कोर नहीं बनता भारतीय टीम को लक्ष्य बचाना काफी मुश्किल होता और यही टारगेट लेकर इन दोनों ने बल्लेबाजी की।
न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने पहला ही ओवर स्पिनर मिशेल सेंटनर को थमाया। उन्होंने इसमें सिर्फ दो रन दिए। अगला ओवर तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट को मिला तो लोकल ब्वॉय धवन ने दो चौके जड़ दिए। हालांकि इसी ओवर में प्वाइंटर पर खड़े सेंटनर ने उनका कैच छोड़ दिया। इस समय धवन सिर्फ आठ रन पर थे। सातवें ओवर में तेज गेंदबाज डि ग्रैंडहोम की गेंद पर रोहित का कैच लांग ऑफ पर खड़े टिम साउथी ने छोड़ा। इस समय रोहित सिर्फ 16 रन पर थे। 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर मिड विकेट पर कोहली का कैच छूटा। इस बार भी गेंदबाज ग्रैंडहोम और क्षेत्ररक्षक मार्टिन गुप्टिल थे। इस समय कोहली आठ रन पर थे। अमूमन अच्छी फील्डिंग के लिए माने जाने वाले कीवियों ने इसमें खराब क्षेत्ररक्षण किया जिसका धवन और रोहित ने जमकर फायदा उठाया।
भारत की दमदार बल्लेबाजी
अगर कैच छोड़ने की बात जानें दें तो भारतीयों ने शानदार बल्लेबाजी की। रोहित ने 55 गेंदों की पारी में छह चौकों और चार छक्कों की बदौलत 80 रन बनाए तो धवन ने इतने ही रनों की पारी में 10 चौके और दो छक्के लगाए। उन्होंने सिर्फ 52 गेंदें खेलीं। हालांकि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने 158 के कुल योग पर धवन का विकेट गिरने के बाद अपनी जगह हार्दिक पांड्या को भेजा। विराट चाहते थे कि ऊपर जाकर तेजी से रन बना पाएं लेकिन वह बिना रन बनाए ही ईश सोढ़ी का शिकार हो गए। धवन को भी सोढ़ी ने लाथम के हाथों ही कैच कराया था। हालांकि उनके आउट होने के बाद मैदान में मौजूद प्रशंसक दुखी कम खुश ज्यादा थे क्योंकि उन्हें पता था कि अब लोकल ब्वॉय कोहली मैदान में उतरेंगे। उन्होंने सिर्फ 11 गेंदों की पारी में तीन गगनचुंबी छक्कों के साथ 26 रन बनाए। वहीं, रोहित के आउट होने के बाद उतरे धौनी ने पहली ही गेंद पर हेलीकॉप्टर शॉट से छक्का लगाया तो दर्शक उछलने लगे। हालांकि उन्हें दो ही गेंदें खेलने को मिलीं।
फिर की बेमिसाल गेंदबाजी
बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरे कीवियों को भारतीय गेंदबाजों ने फंसा दिया। छह रन के कुल योग पर यजुवेंद्र चहल ने मार्टिन गुप्टिल (04) को आउट किया तो इसके 12 रन बाद भुवनेश्वर कुमार ने दूसरे ओपनर कोलिन मुनरो (07) को चलता किया। केन विलियमसन (28) और टॉम लाथम (39) ने कुछ प्रयास किए लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। टीम को दस से ज्यादा के रनरेट से रन बनाने थे लेकिन ये धीमे-धीमे 15 तक पहुंच गया। सेंटनर 27 रन पर नाबाद रहे। चहल और अक्षर ने दो-दो विकेट लिए। कोहली ने नेहरा को पारी का पहला और आखिरी ओवर दिया। मैच खत्म होने के बाद दर्शकों को मैदान पर कोहली के भांगड़े के स्टेप भी देखने को मिले।