ममता को दुर्गापूजा के लिए 10 हजार से ज्यादा आमंत्रण



---रंजीत लुधियानवी, कोलकाता, 07 अक्टूबर 2018, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

पश्चिम बंगाल का सबसे लोकप्रिय पारिवारिक, धार्मिक, सामाजिक त्योहार दुर्गापूजा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य की 28 हजार पूजा कमेटियों को 10-10 हजार रुपए की आर्थिक मदद देने का एलान किया था, अदालत के निर्देश पर मंगलवार तक इस रकम के वितरित करने पर रोक लगा दी गई है। लेकिन इसके बावजूद ममता निर्विवाद तौर पर पूजा कमेटियों की फेवरिट हैं और भाजपा शासित राज्यों समेत दूसरे कई राज्यों से भी उन्हें पूजा कमेटी की ओर से आमंत्रित किया गया है। बताया जाता है कि राज्य सचिवालय नवान्न की चौदहवीं मंजिल पर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के कर्मचारी आमंत्रण पत्रों की गिनती करते -करते परेशान हैं। पूजा में भले ही अभी हफ्ता भर बाकी है, लेकिन अभी तक 10 हजार से ज्यादा आमंत्रण पहुंच चुके हैं। कई पूजा कमेटी के आयोजकों को मुख्यमंत्री की व्यस्तता का पता है, इसलिए उन्होंने कहा है कि अगर आप उद्घाटन के लिए नहीं आ सकती तो महज एक शुभकामना का संदेश ही भेज दें, हमारे लिए यही काफी होगा। ऐसा निवेदन करने वाले भी कम से कम पांच हजार पूजा कमेटी के आयोजक हैं।

सूत्रों ने बताया कि महानगर के टाला से लेकर टालीगंज, हुगली नदी के इस पार बाली से लेकर उस पार बालीगंज ही नहीं उत्तर बंगाल से लेकर दक्षिण बंगाल का कोई भी जिला, ब्लाक या महकमा ऐसा नहीं है जहां से उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया हो। पश्चिम बंगाल के अलावा दूसरे राज्यों से भी उन्हें आमंत्रित किया गया है। इसमें जहां केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली शामिल है, वहीं भाजपा शासित उत्तरप्रदेश, गुजरात, झारखंड ही नहीं बिहार और ओडिसा से भी आमंत्रित किया गया है। बताया जाता है कि लोगों की भारी मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री शुभकामना संदेश पर हस्ताक्षर करने में व्यस्त हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों की मनोेकामना पूरी की जा सके।

मालूम हो कि जब से ममता ने राजनीति शुरू की है, लोगों ने देखा है कि वे दुर्गापूजा के दौरान राजनीतिक व्यस्तता को दरकिनार करते हुए पूजा पंडालों और देवी की परिक्रमा करने में रम जाती हैं। हालांकि अब माहौल दूसरा है, अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के बीच राज्य में शांति और सद्भावना को कायम रखने की जिम्मेवारी भी उन पर है। इसके बावजूद शुक्रवार को लेकटाउन के विधायक सुजीत बसु की श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब की पूजा से उन्होंने इस साल उद्घाटन पर्व शुरू कर दिया है। सोमवार महालया के दिन से ही परिक्रमा और पंडाल उद्घाटन में तेजी आएगी। बागबाजार, अहिरीटोला, नाकतला, चेतला, जोधपुर पार्क, हिंदुस्तान पार्क, एकडलिया, सिंघीपार्क, कसबा, ढाकुरिया, बेहारा और न्यू अलीपुर में उनके करीबी नेता, मंत्री, विधायकों की पूजा है, इसलिए हर साल की तरह वहां तो जाना ही है। महालया के दिन ही मंत्रिमंडल के सहयोगी फिरहाद हाकिम की पूजा चेतला अग्रणी के पंडाल में मातृमूर्ति की आंख भी वे बनाएंगी। कम से कम कोलकाता में 50 पूजा का उद्घाटन तो वे करेंगी ही।

गौरतलब है कि उद्घाटन तो वे हर साल बहुत सारी पूजा का करती हैं। लेकिन थीम सांग सिर्फ सुरूची संघ के लिए ही लिखती हैं। यह पूजा भी उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी अरुप विश्वास की है। जबकि अलचिकी की संथाली भाषा में ममता की एक कविता के आधार पर भवानीपुर की एक पूजा कमेटी ने थीम बनाई है। धर्म के बारे में ममता का नारा है कि ‘धर्म जार-जार, उत्सव सोबार (धर्म लोगों का अलग-अलग हो लेकिन उत्सव सारे लोगों का है)।’ इसके मुताबिक मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरूद्वारे समेत तमाम धर्मस्थलों में वे जाती हैं। पूजा को लेकर ममता ने गीत लिखने के अलावा गाए भी हैं।

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