---रंजीत लुधियानवी, कोलकाता, 16 अगस्त 2018, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष व खड़गपुर के विधायक दिलीप घोष के खिलाफ अदालत में मामला करके शिकायत की गई थी कि उन्होंने उद्घाटन के नाम पर एंबुलेंस को अपने पास जब्त करके रखा है। अदालत के निर्देश पर पुलिस ने खड़गपुर में विधायक के रेलवे के बंगले से एंबुलेंस को बरामद किया। गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) की एंबुलेंस को अपने पास रखकर भाजपा नेता उसका व्यवहार कर रहे हैं, ऐसी शिकायत की गई थी। इस मामले की सुनवाई के दौरान अदालत के निर्देश के बाद पुलिस ने छापा मार कर एंबुलेंस को बरामद किया।
सूत्रों ने बताया कि पूर्व बर्दवान जिले की एक एनजीओ की ओर से आसनसोल अदालत में मामला दायर करके कहा गया था कि उद्घाटन के नाम पर एंबुलेस को रखा गया है। संगठन के अधिकारियों की ओर से दावा किया गया था कि दो साल पहले उद्घाटन के नाम पर दिलीप घोष ने खड़गपुर में उस एंबुलेंस को भेजने के लिए कहा था। लेकिन इसके बाद उन्होंने एंबुलेंस लौटाई नहीं। 2016 की जुलाई में एंबुलेंस मुर्शिदाबाद के एक गैर सरकारी संगठन से बर्नपुर की एनजीओ को एंबुलेंस मिली थी। सूत्रों का कहना है कि तब संस्था भाजपा समर्थक मानी जाती थी। इसलिए नए बने विधायक ने एंबुलेंस का उद्घाटन करने की इच्छा जताई थी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की व्यस्तता के कारण उद्घाटन का समय टलता रहा। तय किया गया कि खड़गपुर में उनके विधानसभा केंद्र में एंबुलेंस भेजने पर वहां उसका उद्घाटन कर दिया जाएगा। लेकिन इसके बाद उसे लौटाया नहीं गया। यह आरोप एनजीओ की ओर से लगाया गया।
संगठन की ओर से कहा गया कि एंबुलेंस नहीं होने के कारण भारी परेशानी हो रही थी। एंबुलेंस लौटाने के लिए कभी फोन तो कभी पत्र लिख कर गुहार की गई, लेकिन घोष ने उनकी कोई बात नहीं सुनी। इसके बाद अदालत के निर्देश पर पुलिस ने एंबुलेंस बरामद की।