केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग दिल्ली में 50,000 पेड़ लगाएगा



नई दिल्ली, 20 जुलाई 2018, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

● जल संरक्षण उपायों के तहत अपनी सभी बड़ी परियोजनाओं में सीपीडब्ल्यूडी वर्षा जल संचयन प्रणाली और अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण संयंत्र लगाएगा

यह सीपीडब्ल्यूडी के 164वें स्थापना दिवस के मौके पर इसके महानिदेशक द्वारा संवाददाता सम्मेलन के संबोधन पर आधारित एक स्थानीय अखबार में 14.7.2018 को प्रकाशित एक समाचार रिपोर्ट के संदर्भ में है। इस रिपोर्ट में दिल्ली में पेड़ों के गिराने के संबंध में महानिदेशक के बयान का उल्लेख किया गया है। यह स्पष्ट किया गया है कि किसी भी स्तर पर यह उल्लेख नहीं है कि आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत चल रही परियोजनाओं में देरी होगी। समाचार पत्र में प्रकाशित यह रिपोर्ट तथ्यात्मक रूप से न सिर्फ गलत है बल्कि यह संकेत भी देती है कि सभी परियोजनाओं में देरी हो रही है। इसमें सिर्फ यह कहा गया है कि पेड़ों को गिराने से बचने के लिए योजना के पुनर्निर्माण के कारण प्रस्तावित फ्लैटों की संख्या थोड़ी कम हो सकती है।

सीपीडब्ल्यूडी निर्मित पर्यावरण के सतत विकास में अग्रणी मोर्चे पर है। सीपीडब्ल्यूडी के सभी नए निर्माण कम से कम तीन सितारा गृह (जीआरआईएचए) रेटिंग के साथ कराए जा रहे हैं। सीपीडब्ल्यूडी ने नई दिल्ली में जवाहर भवन, पर्यावरण भवन, पीएनबी मुख्यालय और हरित भवन के रूप में एसटीपीआई मोहाली को उच्चतम पांच सितारा/लीड रेटिंग के साथ बनाया है। पर्यावरण भवन में नवीकरणीय स्रोतों से जितनी बिजली का उत्पादन होता उतना खपत हो जाता है।

दिल्ली को हरा-भरा बनाने के एक विशेष अभियान के तहत सीपीडब्ल्यूडी विभिन्न आवासीय कॉलोनियों और कार्यालय परिसरों में इस बरसात के मौसम में 50,000 पेड़ लगाएगा। उन स्थानों की पहचान कर ली गई है, जहां वृक्षारोपण अभियान चलाया जाना है।

सीपीडब्ल्यूडी ने सरकारी भवनों में नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन के लिए ठोस पहल की है। देश भर के सरकारी भवनों में 13.3 मेगावाट क्षमता के सौर संयंत्र स्थापित किए गए हैं। इन सौर संयंत्रों से नवीकरणीय ऊर्जा के लगभग 25 लाख यूनिट्स उत्पादित किए हैं, जिससे 23281 टन कार्बन डाइऑक्साइड में कमी आई है और 29 करोड़ रुपये की बचत हुई है।

सीपीडब्ल्यूडी ने केंद्र सरकार के भवनों में ऊर्जा दक्षता उपायों पर अपनी गहरी प्रतिबद्धता और समर्पण का प्रदर्शन किया। ऊर्जा दक्षता उपायों के रूप में देश भर में 88 सामान्य पूल कार्यालय भवनों में मौजूदा फिटिंग को एलईडी फिटिंग के साथ बदल दिया गया है। सीपीडब्ल्यूडी द्वारा पोषित नई दिल्ली के शास्त्री भवन को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कारों के लिए चुना गया है और वर्ष 2017 में इसे प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

सीपीडब्ल्यूडी ने जल संरक्षण उपायों के तहत इसकी सभी प्रमुख परियोजनाओं में वर्षा जल संचयन प्रणाली और अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण संयंत्र स्थापित करना अनिवार्य कर दिया है। 'सुगम्य भारत' मिशन के तहत सीपीडब्ल्यूडी ने देश में अपने रखरखाव के तहत सार्वजनिक भवनों को पूरी तरह से सुलभ बनाने का बड़ा कार्य किया है।

आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी के हर पेड़ को कटने से बचाने और परियोजनाओं को निर्धारित समय के भीतर पूरा करने के निर्देश के बाद सीपीडब्ल्यूडी के इंडीनियर और वास्तुकार सभी चार कॉलोनियों के पुनर्विकास की योजना फिर से बनाने लगे हैं। मोहम्मदपुर और थ्यागराज नगर की योजनाओं को पेड़ों को कटने से बचाने के लिए संशोधित किया जा रहा है। श्रीनिवासपुरी और कस्तूरबा नगर की भी इसी उद्देश्य के साथ योजना बनाई जा रही है।

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